राजकीय अध्यापक संघ ने जताया विरोध
सुंदरनगर: हिप्र स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव को बार बार बदलने पर राजकीय अध्यापक संघ ने विरोध जताते हुए इस पर रोष प्रकट किया है। राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, महासचिव संजय मोगू, वित्त सचिव अरूण गुलेरिया, कांगड़ा जिला प्रधान सरोज मेहता, मंडी जिला के प्रधान नरेश महाजन, शिमला के प्रधान महावीर कैंथला, ऊना के प्रधान कपिल पावला, बिलासपुर प्रधान नरोत्तम धीमान, सोलन प्रधान नरोतम ठाकुर, कुल्लु के प्रधान इंद्रदत शर्मा, सिरमौर जिला प्रधान राजीव ठाकुर, चंबा प्रधान रमेश शर्मा, किन्नौर से जयचंद नेगी, हमीरपुर के प्रधान संजीव ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूरज महाजन, उपप्रधान ममता चौधरी, मंडी जिला महिला विंग की अध्यक्षा सरोज शर्मा, मुख्य प्रैस सचिव कैेलाश चंद व प्रदेश सचिव राकेश शर्मा ने कहा है कि एचजीटीयू की बैठक बोर्ड सचिव राखिल काहलों से 11 फरवरी 2014 को हुई।
अगली बैठक मात्र दो माह बाद 4 अप्रैल 2014 को नए सचिव बलवीर ठाकुर के साथ हुई । इसके उपरांत 12 अगस्त 2014 को डा. हरीश गज्जू तथा 7 फरवरी को दोबारा बलवीर ठाकुर के साथ संघ की बैठक हुई। लेकिन अब फिर से शिक्षा बोर्ड सचिव को बदल दिया गया। संघ का मानना है कि शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय से संबधित बोर्ड के सचिव को बार बार बदलना शिक्षा व्यवस्था व शिक्षा की गुणवत्ता के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा कि डा. हरीश गज्जू के साथ संपन्न हुई बैठक के सार्थक परिणाम दिखाई दे रहे थे, लेकिन उन्हें भी बदल दिया गया। उन्होंने संघ की ओर से सरकार से आग्रह किया है कि शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण पदों पर बार बार तब्दीली न कर एक लंबे समय तक किसी अधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए। लेकिन कुछ समय तो अधिकारी को बोर्ड की कार्यशैली समझने में लग जाता है। जैसे ही अधिकारी योजना बनाकर उस पर कार्य करना चाहता है तो उन्हें बदल दिया जाता है। जिस कारण शिक्षा संबधी कार्यों का कार्यान्वयन सही ढंग से नहीं हो पाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिस भी अधिकारी की तैनाती बोर्ड सचिव पद पर की जाए उन्हें लंबे समय तक कार्य करने दिया जाना चाहिए ताकि हि प्र स्कूली शिक्षा बोर्ड सही ढंग से कार्य कर सके।