- स्वास्थ्य मंत्री का जननी शिशु सुरक्षा के तहत एम्बुलेन्स की बदहाली पर कड़ा संज्ञान
शिमला: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने गत सांय बिलासपुर के नम्होल के समीप जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत ‘102 एम्बुलेंस’ सेवा नम्बर एचपी 24-ए-2759 व एचपी 62-2866 के औचक निरीक्षण किये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि वाहनों में प्राथमिक उपचार बॉक्स नहीं थे और न ही सफाई पर कोई ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने एम्बुलेन्स में गंदगी को लेकर कड़ा संज्ञान लिया और विभाग को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
वहीं मंत्री ने आज लोगों से भी अपील की है कि वे चिकित्सा आपात के समय ही इन सेवाओं के लिये फोन करें, किसी भी प्रकार की झूठी कॉल को गंभीरतापूर्वक लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एम्बुलेन्स सेवाओं में किसी प्रकार की कमी की शिकायत वह स्वास्थ्य विभाग को की जा सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह सेवा गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करवाने के उद्देश्य से संचालित की जा रही हैं ताकि किसी भी गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान गंभीर हालत में वाहन का इंतजार न करना पड़े और यह सेवा निःशुल्क है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेन्स की हालत देखकर ऐसा लगता है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिये नहीं, बल्कि अस्वस्थ बनाने के लिये ये सेवाएं चल रही हैं।
उल्लेखनीय है कि मंत्री ने 108 एम्बुलेन्स सेवाओं का भी निरीक्षण किया और उनमें मानदण्डों के अनुसार सुविधाएं नहीं पाई जाने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। विपिन सिंह परमार ने कहा कि स्वास्थ्य आपातकाल के लिये संचालित की जा रही एम्बुलेन्स सेवाओं को तुरंत निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप बनाया जाए और इन्हें जैनेरिक दवाईयों व आक्सीजन सहित अन्य सभी वांछित सुविधाओं से हर समय लैस रखा जाए। इस संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत को गंभीरतापूर्वक लिया जाएगा और कंपनी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।