डीसी ने दिए स्कूल टैक्सियों में ओवरलोडिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश

  • प्रधानाचार्यों व प्रबंधकों को निजी वाहनों की कार पूलिंग को बढ़ावा देने का आग्रह

शिमला: उपायुक्त ने शिमला में छात्रों को स्कूल तक आने और वापिस घर तक ले जाने के लिए प्रयोग की जाने वाली टैक्सियों में ओवरलोडिंग करने वाले टैक्सी चालकों और मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को स्कूल आने जाने के लिए सुविधाजनक परिवहन सुविधा प्रदान की जानी चाहिए, ताकि उन्हें किसी भी तरह के तनाव अथवा असुरक्षा का सामना न करना पड़े।  उपायुक्त शिमला अमित कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां शहर के विभिन्न स्कूलों में परिवहन सुविधा, यातायात नियंत्रण व अन्य महत्वपूर्ण विषयों को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

अमित कश्यप ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों व प्रबंधकों को निजी वाहनों की कार पूलिंग को बढ़ावा देने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे शिमला में यातायात व्यवस्था को सुचारू करने में बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधकों को कार पूलिंग के लिए अभिभावकों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास करने चाहिए।

उपायुक्त ने कहा कि स्कूलों के पास वाहनों से छात्रों की ड्रापिंग व पिकिंग के दौरान वाहनों के अनुचित ठहराव के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती है और यातायात नियंत्रण भी प्रभावित होता है। उन्होंने इस समस्या के निदान के लिए पर्याप्त कदम उठाने के लिए कहा। बसों की सही तरीके से पार्किंग होने के उपरांत ही छात्रों की सेफ ड्रापिंग सुनिश्चित की जानी चाहिए। परिवहन के दौरान छात्रों की सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय किए जाने चाहिए। अमित कश्यप ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि छात्रों में नशा सेवन की समस्या को समाप्त करने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा पर्याप्त कदम उठाए जाने चाहिए। यदि कोई छात्र इस समस्या से ग्रसित पाया जाए तो उसे समय पर उचित परामर्श प्रदान किया जाना चाहिए तथा साथ ही अभिभावकों के साथ समन्वय भी स्थापित किया जाना चाहिए। प्रशासन द्वारा नशा सेवन की समस्या को समाप्त करने के लिए मादक पदार्थों का अवैध व्यापार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

बैठक में छात्रों के लिए परिवहन के दौरान सेफ ड्रापिंग व पिकिंग प्वाइंट चिन्हित करने, स्कूलों के लिए परिवहन विभाग द्वारा बसें प्रदान करने, स्कूलों के आसपास यातायात नियन्त्रण, वाहनों की ओवर स्पीडिंग के नियंत्रण, पुलिस कर्मियों की पर्याप्त संख्या में तैनाती, यैलो लाईन व पार्किंग स्पेस चिन्हित करने, पीटीएम आयोजन करने के लिए यथा संभव अवकाश दिवस के चयन, स्कूल आरंभ होने व छुट्टी के समय ट्रैफिक वार्डन तैनात करने, कम दूरी से आने वाले छात्रों को पैदल चलने हेतु प्रोत्साहित करने सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में स्कूलों के प्रधानाचार्यों और उनके प्रतिनिधियों ने भी विभिन्न सुझाव दिए।

 

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