नई दिल्ली: रेलवे में काम करने वाले 13 लाख कर्मचारियों में से 13 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। रेलवे ने अपने 13000 कर्मचारियों को बाहर निकालने का आदेश दे दिया है। ये वो कर्मचारी हैं जो लंबे वक्त से बिना बताए छुट्टी पर चल रहे हैं। रेलवे ने ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
रेलवे ने 13000 कर्मचारियों को निकालने का रास्ता साफ कर दिया है। उन कर्मचारियों को सर्विस से टर्मिनेटेड कर दिया जाएगा, जो लंबे वक्त से छुट्टी पर हैं। यानी रेलवे अपने वर्कफोर्स से 1 प्रतिशत हिस्से को खत्म करने जा रहा है। रेलवे ने विभाग में अनुशासत्मक कार्रवाई करते हुए ऐसे कर्मचारियों को घर भेजने का फैसला किया है।
- इन कर्मचारियों को झटका
रेलवे ने उन 13000 कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही है जो लंबे वक्त से छुट्टी पर हैं। रेलवे ने ऐसे 13000 कर्मचारियों की पहचान की है जो बिना बताए लंबे वक्त से छुट्टी पर चल रहे हैं। इस जानकारी के बाद रेलवे ने सभी ऑफिसर्स और सुपरवाइजर्स को निर्देश दिया है वो ऐसे कर्मचारियों की पहचान कर उनके रोल को खत्म करे।रेलमंत्री के आदेश पर कार्रवाई
दरअसल रेलवे लगातार सुधार की दिशा में काम कर रहा है। तकनीकी स्तर से लेकर आधारभूत स्तर पर रेलवे बदलाव की दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे में जब रेलवे को अपने ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत हैं, लेकिन रेलवे के 13000 कर्मचारी छुट्टी पर चल रहे है। यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उच्च अधिकारियों से रेलवे में लंबे समय से छुट्टी पर चल रहे कर्मचारियों के खिलाफ ऐक्शन लेने को कहा।