- अरण्यपाल करेंगें मामले की जॉंच
शिमला: वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने हाल ही में वायरल हुए वीडियो पर कड़ा संज्ञान लिया है। जिसमें रामपुर के निकट दो नेपाली मजदूरों की वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा बेरहमी से पिटाई करते हुए दिखाया गया था। वन मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, सरकारी कर्मचारियों को कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने इस घटना की अरण्यपाल के माध्यम से जांच के भी आदेश दिए तथा मामले में संलिप्त कर्मचारियों को तत्काल बदलने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर ज़िला पुलिस अधीक्षक से भी बात हुई है तथा उन्हें नेपाली मजदूरों के ब्यान लेकर मामला दर्ज करने को भी कहा गया है।
उन्होंने कहा कि खनन के नाम पर गरीब मजदूरों की पिटाई का यह मामला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विभाग को ऐसे मामलों से निपटने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो। उन्होंने वन विभाग को इसमे संलिप्त कर्मचारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अरण्यपाल द्वारा जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी संलिप्त बताया जाता है तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।