शिमला: राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज यहां राजभवन से हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) की मोबाईल ऐप का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के युग में प्रत्येक व्यक्ति के साथ-साथ समाज के विकास के लिए नई तकनीकों को अपनाना अति आवश्यक है।
हि.प्र. लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के. एस. तोमर द्वारा मोबाईल ऐप विकसित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि नई तकनीक से आयोग के कर्मचारियों को सुसज्जित करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है तथा अन्य विभागों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि मोबाईल ऐप सुविधा सरलतापूर्वक जानकारी उपलब्ध करवाएगी, आयोग की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लाने तथा प्रदेश के युवाओं विशेषकर दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले अभ्यर्थियों के लिए सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने अभ्यर्थियों विशेषकर दूर-दराज के क्षेत्रों के निवासियों के लिए आयोग द्वारा प्रशासनिक सेवाओं में हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में साक्षात्कार देने के विकल्प के महत्वपूर्ण निर्णय की सराहना की। उन्होंने आयोग को मोबाईल ऐप शुरू करने पर बधाई दी तथा कहा कि यह ऐप प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य को सवांरेगी। इसके अतिरिक्त आयोग द्वारा हि.प्र. प्रशासनिक सेवा परीक्षा के नए प्रारूप को लागू करने, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये ऑन लाइन आवेदन प्रणाली का आधुनिकीकरण जो भविष्य में ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली की शुरूआत का मार्ग प्रशस्त करेगा जैसी शुरूआतों की भी सराहना की।
आचार्य देवव्रत ने बैसाखी उत्सव व नववर्ष शक् सम्वत् के शुभ दिवस पर प्रदेश के लोगों को बधाई व शुभकामनाएं भी दी। केएस तोमर ने कहा कि यह मोबाईल ऐप राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए भी हितकारी होगी तथा आयोग द्वारा जारी प्रत्येक अधिसूचना, रिक्तियां, परीक्षा, परिणाम, उत्तर कुंजी, आवेदन इत्यादि से संबंधित जानकारी इच्छुक अभ्यर्थियों को समयबद्ध उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि यह ऐप एन.आई.सी, हि.प्र. इकाई द्वारा विकसित की गई है। यह ऐप विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के अभ्यर्थियों को समय पर आवेदन प्रस्तुत कराने, अधिसूचनाओं, विज्ञापनों तथा रिक्तियों की जानकारी प्रदान करेगी।
उन्होंने आयोग की मोबाईल ऐप का शुभारंभ करने के लिए राज्यपाल का आभार प्रकट किया।