- एसजेवीएन ने 8700 मिलियन यूनिटस विद्युत उत्पादन के एमओयू लक्ष्य को पार करते हुए 9045 मिलियन यूनिटस का किया उत्पादन
- कंपनी के इंजीनियर्स जल व मशीनों के कुशल प्रबंधन से रिकॉर्डस बनाने में सफल : मिश्र
- मिश्र ने कंपनी के सभी कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रयासों को दिया एसजेवीएन की सफलता का श्रेय

एसजेवीएन ने 8700 मिलियन यूनिटस विद्युत उत्पादन के एमओयू लक्ष्य को पार करते हुए 9045 मिलियन यूनिटस का किया उत्पादन
शिमला : एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.एन. मिश्र ने आज बताया कि वितीय वर्ष 2016-17 के लिए निर्धारित 8700 मिलियन यूनिटस के एमओयू लक्ष्य को पार करते हुए कंपनी ने अपने तीन विद्युत स्टेशनों से 9045 मिलियन यूनिटस विद्युत का उत्पादन किया है।
उन्होंने बताया कि देश के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी पावर स्टेशन द्वारा 7050.62 मिलियन यूनिटस के उत्पादन के साथ लक्ष्य की 103.5% उपलब्धि प्राप्त की गई। जबकि डाउनस्ट्रीम 412 मेगावाट के रामपुर जल विद्युत स्टेशन द्वारा लक्ष्य से 110 मिलियन यूनिटस अधिक उत्पादन करते हुए कुल 1960.36 मिलियन यूनिटस का उत्पादन किया गया। एसजेवीएन के महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित 47.6 मेगावाट खिरविरे पवन उर्जा स्टेशन द्वारा 34 मिलियन युनिटस विद्युत का उत्पादन किया गया।
मिश्र ने कहा कि जल विद्युत उत्पादन कंपनी की मूल शक्ति है, कंपनी के इंजिनियर्स जल तथा मशीनों के कुशल प्रबंधन से रिकॉर्डस बनाने में सफल हो रहे हैं। चूंकि सर्दी के महीनों में सतलुज नदी में पानी की मात्रा कम होती है, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट इंजिनियरों द्वारा दोनों जल विद्युत स्टेशनों का वार्षिक रखरखाव रिकॉर्ड समय में पूरा किया जा चुका है। दोनों जल विद्युत स्टेशनों की मशीनें आने वाले गर्मी के मौसम में पूर्ण क्षमता पर कार्य करने हेतु पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने आगे कहा कि एसजेवीएन लिमिटेड ने वर्ष 2016-17 के शानदार वित्तीय निष्पादन के आधार पर अपने शेयरधारकों को अब तक का

कंपनी ने अपने तीन विद्युत स्टेशनों से 9045 मिलियन यूनिटस विद्युत का किया उत्पादन
सबसे अधिक 930.74 करोड़ रुपए (2.25 रुपए प्रति शेयर की दर से) का अंतरिम लाभांश दिया है। एसजेवीएन में 64.46% की इक्विटी धारक भारत सरकार ने अंतरिम लाभांश के रूप में 599.99 करोड़ रुपए प्राप्त किए हैं, जबकि 25.51% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 237.38 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश अदा किया गया है। पब्लिक शेयरधारिता जो कि 10.03% को 93.37 करोड़ रुपए अदा किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान गुजरात में 5 मेगावाट की चरंका सौर उर्जा परियोजना की कमिशिनंग के साथ एसजेवीएन ने सौर उर्जा के क्षेत्र में भी सफलतापूर्वक प्रवेश कर लिया है। मिश्र ने एसजेवीएन की सफलता का श्रेय कंपनी के सभी कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रयासों को दिया।