ऐतिहासिक धरोहर कोटखाई पैलेस, सेबों के बागीचों से लबालब व स्थानीय देवताओं के पौराणिक मन्दिर में सिमटा “कोटखाई”

हिमाचल: सेबों के बागीचों से लबालब व स्थानीय देवताओं के पौराणिक मन्दिरों में सिमटा “कोटखाई”

महामाई मंदिर व लंकारा वीर मन्दिर

स्थानीय देवताओं के पौराणिक मन्दिर में सिमटा “कोटखाई”

स्थानीय देवताओं के पौराणिक मन्दिर में सिमटा “कोटखाई”

महामाई मंदिर व लंकारा वीर मन्दिर : कोटखाई का महामाई मंदिर और लंकारा वीर मन्दिर स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां आने वाले हर व्यक्ति के लिए आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है साथ ही एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है यह दोनों मन्दिर हरी-भरी वादियों के मध्य क्यारी गाँव में स्थित है। क्षेत्र का शांतिपूर्ण वातावरण दूर-दराज के क्षेत्रों से पर्यटकों को आकर्षित करता है। मंदिर में वर्ष भर स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले लोगों का भी आना-जाना लगा रहता है। महामाई मन्दिर में आकर लोग जहां अपनी मन्नतें मांगते हैं वहीं मनोकामना पूरी होने पर माता का धन्यवाद करते हैं

नेरा घाटी, कोटखाई:  क्षेत्र में नेरा घाटी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपनी लुभावने सौंदर्य के लिए विख्यात है। यह जगह पिकनिक स्पॉट भी है। यहां घूमने के लिए एक दिन का कार्यक्रम बनाया जा सकता है

किआला वन, कोटखाई: कोटखाई का किआला वन एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। जगह का ठंडा और शांत वातावरण देश भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है।

कोटखाई की वादियां

कोटखाई की वादियां

ढिल्लन तालाब, कोटखाई : कोटखाई में जंगलों के बीच स्थित ढिल्लन तालाब एक सुंदर तालाब है। क्षेत्र के मूल

“कोटखाई

“कोटखाई

निवासियों का मानना है कि तालाब का पानी दिव्य है। यह एक विकसित पर्यटन स्थल नहीं है और अभी भी व्यवसायीकरण से अछूता है।

कैसे पहुंचे

यात्री सड़क, रेल, और वायु के द्वारा कोटखाई तक आसानी से पहुंच सकते हैं। शिमला हवाई अड्डा कोटखाई के पास है, जो कुल्लू और नई दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली हवाई अड्डे से, अंतरराष्ट्रीय यात्री शिमला को सीधे जोड़ने वाली उड़ानों का लाभ ले सकते हैं। बाहर से आने वाले पर्यटक शिमला पहुंचकर आसानी से कोटखाई के लिये पास के शहरों से बसों, टैक्सियों और कैब का लाभ ले सकते हैं। कोटखाई का मौसम साल भर सुहाना रहता है। अप्रैल का महीने में इस क्षेत्र में गर्मी के मौसम की शुरूआत होती है, जो जून के महीने तक रहती है।

Pages: 1 2

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *