- पांच बार मुख्यमन्त्री रहे वीरभद्र 2012 में भूल गए थे कि बेरोजगारी भत्ता दिया जाना सम्भव नहीं है?
शिमला : डा. राजीव बिन्दल प्रमुख प्रवक्ता भाजपा ने कहा कि मुख्यमन्त्री द्वारा दिया गया ब्यान हिमाचल प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवकों के साथ धोखा है, अन्याय है। मुख्यमन्त्री ने ऐक्सक्लयूसिव ईन्टरवीयू में कहा कि आज के युग में लाखों बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जा सकता।
2012 के विधानसभा आम चुनाव में कांग्रेस द्वारा चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया जिसमें स्पष्ट तौर पर 1000 रू. महीना बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा लिखित रूप में किया व घर-घर जाकर बेरोजगारों की सूचियां बनाई गई। इतना ही नहीं अधिक शिक्षित बेरोजगारों को शिक्षा के अनुसार अधिक बेरोजगारी भत्ता देने का जोर-शोर से प्रचार किया।
डा. बिन्दल ने कहा कि जब जनता का वोट लेना था तो जोर-शोर से भत्ता देने की बात कही और अब जब सरकार का समय समाप्त होने जा रहा है तो मालूम हो गया कि बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जा सकता। भाजपा ने सवाल पूछा है कि पांच बार मुख्यमन्त्री रहे वीरभद्र 2012 में भूल गए थे कि बेरोजगारी भत्ता दिया जाना सम्भव नहीं है? भाजपा ने आरोप लगाया कि झूठे वायदे करके कांग्रेस सरकार सत्ता में आई और बेरोजगारों को ठगा गया। जिसका बदला युवा 2017 में वर्तमान कांग्रेस की सरकार से जरूर लेगा।