मुख्यमंत्री का आयुर्वेद दवाइयों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने पर बल

  • आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दे रही सरकारः मुख्यमंत्री
विद्यार्थियों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाओं का प्रदर्शन किया।

विद्यार्थियों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाओं का प्रदर्शन किया।

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां ऐतिहासिक रिज मैदान पर तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ‘आरोग्य मेले’ का शुभारम्भ किया। इस मेले का आयोजन भारत सरकार के आयुष मंत्रालय, हिमाचल प्रदेश आयुर्वेद विभाग तथा भारतीय उद्योग परिसंघ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है।

मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद दवाइयों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश के जोगिन्द्रनगर तथा सिरमौर के माजरा में स्थित आयुर्वेदा फार्मेसियों को इस दिशा में और बेहतर ढंग से कार्य करना होगा। प्रायःयह देखने में आ रहा है कि विश्व में लोगों का रूझान पुरातन भारतीय चिकित्सा पद्धति, विशेषकर आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की ओर बढ़ रहा है, जिस पर हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की औषधीय जड़ी-बुटियां प्रचूर मात्रा में पाई  जाती हैं तथा आयुर्वेद विभाग को चाहिए कि इनका वैज्ञानिक रूप से पूर्णतः दोहन किया जाए। अनुसंधान के क्षेत्र में और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है ताकि दवाइयों की गुणवत्ता को और बेहतर किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धत्ति को और सशक्त बनाने की दिशा में अनेक कदम उठा रही है तथा हमारा प्रयास है कि आयुर्वेद एवं ऐलोपैथी के साथ-साथ पुरातन युनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को भी प्रोत्साहन दिया जाए। उन्होंने कहा कि दूर-दराज में रह रहे लोगों को उनके घरों के समीप चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हां, इसके लिए सरकार द्वारा प्रदेश में तीन नए मेडिकल कालेज खोले जा रहे हैं, जिनमें से डा. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कालेज नाहन ने कार्य करना आरम्भ कर दिया है। इसके अतिरिक्त मण्डी जिला के नेरचौक में भी ईएसआईसी मेडिकल कालेज शीघ्र कार्य करना आरम्भ कर देगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले में देश एवं प्रदेश के प्रमुख आयुष औषधी निर्माता लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध करवाएंगे जिसका आमजन को पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आयुर्वेद के अतिरिक्त युनानी, योग एवम् प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्ध एवं होम्योपैथी के साथ-साथ तिब्बत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली इत्यादि विषयों की भी लोगों को जानकारी मिलेगी। इसके अतिरिक्त विशेष क्लीनिक द्वारा क्षारसूत्र चिकित्सा, मधुमेह चिकित्सा एवं आज

आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दे रही सरकारः मुख्यमंत्री

आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दे रही सरकारः मुख्यमंत्री

के समय में बढ़ रहे रोगों के ईलाज व बचाव के बारे में भी आवश्यक जानकारी उपलब्ध होगी।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि आयुर्वेद विभाग, राज्य मैडिसनल पलांट बोर्ड के माध्यम से किसानों को विभिन्न औषधीय पौधों की खेती के लिए प्रेरित कर उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध करवा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली को और लोकप्रिय बनाने के लिए आयुर्वेद विभाग को और सषक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों के दौरान प्रदेश में 42 नये आयुर्वेद स्वास्थ्य केन्द्र खोले गए और पावंटा साहिब में आयुर्वेद अस्पताल खोला गया। विभाग में विभिन्न श्रेणियों के पदों को भी भरा गया।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने आरोग्य मेले के विधिवत शुभारम्भ के उपरान्त विभिन्न प्रदर्शनियों का आवलोकन भी किया।   आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह ने मुख्यमंत्री तथा अन्यों का स्वागत किया तथा विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पपरोला स्थित आयुर्वेदिक कालेज में अनुसंधान गतिविधियों को और बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के बजौरा में 50 बिस्तरों का आयुर्वेदिक अस्पताल बनाने का भी निर्णय लिया है।  हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के योग विभाग के विद्यार्थियों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाओं का प्रदर्शन किया एवं सुन्दरनगर स्थित विशेष दिव्यांग स्कूल के बच्चों सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया।

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