24वां बाल विज्ञान सम्मेलन-2016, 15 से 18 नवम्बर तक नाहन में होगा आयोजित : कुनाल सत्यार्थी

  • बाल विज्ञान सम्मेलन का विषय “ दिव्यांग व्यक्तियों पर विशेष जोर देते हुए विज्ञान तकनीक एवं खोज द्वारा सतत विकास”
  • विज्ञान को बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद का प्रमुख उददे्श्य
  • बाल विज्ञान सम्मेलन में विभिन्न प्रतियोगिताएं की जा रही आयोजित
संयुक्त सदस्य, सचिव जैव विविधता बोर्ड कुनाल सत्यार्थी

संयुक्त सदस्य, सचिव जैव विविधता बोर्ड कुनाल सत्यार्थी

शिमला : 24वें बाल विज्ञान सम्मेलन का आयोजन रा.व.मा.पा. नाहन, जिला सिरमौर में 15 नवम्बर से 18 नवम्बर तक सर्व शिक्षा अभियान, शिक्षा विभाग, हिमाचल प्रदेश एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली के सहयोग से किया जा रहा है। इस वर्ष के बाल विज्ञान सम्मेलन का विषय है “ दिव्यांग व्यक्तियों पर विशेष जोर देते हुए विज्ञान तकनीक एवं खोज द्वारा सतत विकास” यह विषय बच्चों को दिव्यांग जनों के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में प्रयास है। हिमाचल प्रदेश में बाल विज्ञान सम्मेलन का प्रारम्भ 1993 में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली के सहयोग से किया गया था। बाल विज्ञान सम्मेलन का आयोजन प्रति वर्ष प्रदेश के सभी 12 जिलों में विभिन्न स्तरों पर किया जाता है।

संयुक्त सदस्य, सचिव जैव विविधता बोर्ड कुनाल सत्यार्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि विज्ञान को बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद का प्रमुख उददे्श्य है। हिमाचल प्रदेश देश के उन कुछ चुनिंदा राज्यों में शामिल है जहां पर सब-डिवीजन स्तर पर इस सम्मेलन का आयोजन किया जाता है जिसका उददे्श्य विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों में अधिक से अधिक बच्चों और स्कूलों का भाग लेना है। 1993 के बाद से बाल विज्ञान कांग्रेस राज्य के विभिन्न हिस्सों से अत्यधिक प्रासंगिक मुद्दों पर अपनी अभिनव परियोजनाओं द्वारा बच्चों के महत्वपूर्ण और नए विचारों को दर्शाती रही है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद् द्वारा आयोजित बाल विज्ञान सम्मेलन में प्रदेश के सभी 60 सब-डिवीजनों के लगभग 5,000 स्कूलों के 20,000 बाल वैज्ञानिकों ने भाग लिया एवं जिला स्तर पर लगभग 4,000 बाल वैज्ञानिकों ने आयोजित सम्मेलन में भाग लिया। बाल विज्ञान सम्मेलन राज्य का एकमात्र विज्ञान की लोकप्रियता बढ़ानें वाला कार्यक्रम है, जोकि इतने उच्च स्तर पर राज्य के स्कूलों, बच्चों एवं शिक्षकों को लाभान्वित करता है। यह कार्यक्रम समाज में बाल वैज्ञानिकों के माध्यम से विज्ञान के प्रति रुचि को बढ़ावा देने में सफल रहा है। इस विषय वस्तु पर जानकारी रखने वाले कुछ विशेषज्ञ इस सम्मेलन में बच्चों से संवाद करेंगे। विभिन्न सरकारी विभाग, सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालय, पड़ोसी राज्यों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद एवं अगत्स्य अन्तर्राष्ट्रीय संस्था अपनी प्रदर्शनियों द्वारा सभी उम्र के बच्चों में विज्ञान के प्रति रुझान को बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस बाल विज्ञान सम्मेलन में विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे साइंस मॉडल, विज्ञान प्रश्नोतरी, गणित ओलंपियाड, विज्ञान स्किट, साइंटिफिक सर्वे रिपोर्ट आयोजित की जा रही हैं जिसमें राज्य के लगभग 600 स्कूली बच्चे और अध्यापक भाग लेंगे। राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न संस्थाओं के रिसोर्स पर्सनस/वैज्ञानिक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली के प्रतिनिधि एवं राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी विभाग, हि.प्र. के उच्च अधिकारी भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन बच्चों, अध्यापकों तथा समाज को विज्ञान एवं विज्ञान के योगदान के प्रति जगरुक बनाने में सफल होगा।

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