भारत पाक सम्बन्ध पर “सेमिनार”

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भारत पाक सम्बन्ध पर सेमिनार का आयोजन

भारत पाक सम्बन्ध पर सेमिनार का आयोजन

शिमलाः ए पी गोयल शिमला विश्वविद्यालय में ”भारत-पाक सम्बन्ध“ पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन पत्रकारिता विभाग के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के अलख प्रकाश ऑडिटोरियम में मुख्य अतिथि डॉ. अश्विनी कुमार प्रवर कुलाधिपति, डॉ अशोक कुमार राघव कुलपति आदि के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में डॉ राजेन्द्र सिंह चौहान उप कुलपति, हिमाचल विश्वविद्यालय, प्रकाश लोहमी प्रख्यात पत्रकार, डॉ. लक्ष्मण ठाकुर सेवानिवृत प्रोफेसर, डॉ नरिन्दर गुप्ता प्रोफेसर हिमाचल विश्वविद्यालय रहे। सेमिनार का अयोजन भारत-पाक के बीच सम्बन्धों पर चर्चा की गई।

प्रवर कुलाधिपति डॉ. अश्विनी कुमार ने भारत पाक के बीच सकारात्मक तत्वों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे विचारों से ही भावी यु़द्व से बचा जा सकता है, अन्यथा विश्व युद्व जैसे संकट उत्पन्न हो सकते हैं। उन्होंने विवेकानन्द के विचारों और भारत और अमेरिका को एक विचारों से जाड़ने वाले उनके भाषण का उल्लेख किया। डॉ राजेन्द्र सिंह चौहान ने अपना वक्तव्य दोनों देशों की न्यूक्लियर क्षमता और इनके सम्बन्ध से शुरू किया। उन्होंने तिब्बत, इसराइल-पालेस्तिन मुद्दा जो कि 1947 से चला आ रहा है, पर अपनी बात रखी। साथ ही साथ उन्होंने कश्मीर और राज्य से बहने वाली छः नदियों का जिक्र भी किया। श्री प्रकाश लोहमी ने सर्जिकल स्ट्राइक और इसका दोनांे देशों में हुई हानि आदि का उल्लेख किया। वहीं डॉ नरिन्द्र चौहान ने दानों देशों के विधि परिस्थितियों पर चर्चा की और पाकिस्तान हस्तक्षेपित काश्मीर पर आवाज उठाई। आतंकवाद न सिर्फ देश को क्षति पहुंचा रहा बल्कि मानव अधिकार का भी हनन कर रहा है। डॉ लक्ष्मण ठाकुर ने दोनों देशों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर अपना चिंतन प्रस्तुत किया। श्री ठाकुर ने भारत की प्रसिद्व पौराणिक शिक्षा प्रणाली व प्रसिद्व प्राचीण नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला विश्वविद्यालय का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे विश्वविद्यालयों के जैसे दिये गये शिक्षा द्वारा ही आज हम ऐसे कूट सम्बन्ध को समाप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम शिक्षाविदों की उपस्थिति में रोचक और जानकारी पूर्ण रहा।

कार्यक्रम का समापन रजिस्ट्रार राजन सहगल ने मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए किया।

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