नगर निगम शिमला मीटर रीडिंग के आधार पर करे बिल जारी, औसत बिल देना करें बन्द : गणेश दत

नगर निगम शिमला मीटर रीडिंग के आधार पर करे बिल जारी, औसत बिल देना करें बन्द : गणेश दत

नगर निगम शिमला मीटर रीडिंग के आधार पर करे बिल जारी, औसत बिल देना करें बन्द : गणेश दत

शिमला: हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष गणेश दत ने नगर निगम शिमला से मांग की है कि वह शिमला कि जनता को पानी के भरकम बिलो को तुरन्त प्रभाव से वापिस ले और जनता के उपर डाले जा रहे बोझ को समाप्त करे। पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा की शिमला के पानी के उपभोक्ताओं को लुटने के लिए औसत आधार पर बिल दिये जा रहे हैं। जबकि हर उपभोक्ता के घर में पानी के मीटर लगे हुए हैं। पार्टी उपाध्यक्ष गणेश दत ने नगर निगम से पूछा है कि जब सभी घरो में मीटर लगे हैं। तो औसत बील देने का कारण क्या है।

गणेश दत ने आरोप लगाया कि सभी उपभोक्ताओं को छह महीने का बिल एक साथ दिया जा रहा है और उसमें तीस प्रतिशत सिवरेज सैस कर जनता की जेब काटी जा रही है उन्होंने आगे कहा कि जिनके घरों में सिवरेज लाईन भी नहीं है पानी के बिलों के साथ सिवरेज सेस लगाया जा रहा है जिससे आम जनता में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि कई उपभोक्ताओं द्वारा पानी के बिल ऑनलाईन जमा करवा दिये हैं। उसके बावजूद उन्हें भारी भरकम बिल दिये जा रहें है। भारतीय जनता पाटी उपाध्यक्ष ने मांग की है कि नगर निगम शिमला मीटर रीडिंग के आधार पर बिल जारी करे और औसत बिल देना बन्द करें और महीने में उपभोक्ता के घर जितने दिन पानी आया उसी आधार पर बिल दिये जाये। ऐसा न करने कि स्थिति में भारतीय जनता पार्टी नगर निगम के खिलाफ आन्दोलन करने में मजबूर होगी।

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