सीसु को विकसित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे : मुख्यमंत्री

  • मुख्यमंत्री ने रखी 1.86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले गुमलिंग पुल की आधारशिला
  • कोकसर में एलोपैथिक औषधालय खोलने की घोषणा
  • कोकसर में 33 के.वी. विद्युत सब स्टेशन स्थापित करने की घोषणा

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जनजातीय लाहौल घाटी के अपने दूसरे दिन के दौरे के दौरान आज सीसु में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सीसु पर्यटक गांव के रूप में जाना जाता है और प्रदेश सरकार सीसु को विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आगामी दो वर्षों में जब रोहतांग सुरंग का निर्माण पूरा हो जाएगा तो पर्यटकों को लाहौल घाटी का सीसु गांव आराम व मनोरंजन के लिए बेहतर स्थल होगा। घाटी के लोगों को यहां आने वाले पर्यटकों के साथ शालिनता प्रदर्शित करनी चाहिए ताकि यहां आने वाले पर्यटक लाहौल-स्पिति के लोगों के आतिथ्य सत्कार को हमेशा याद रखें।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार भूमिहीनों को नौतोड़ उपलब्ध करवाने पर विचार कर रही है, परन्तु लोग इसे घर बनाने के लिए उपयोग न करें, बल्कि इसका प्रयोग कृषि कार्यों के लिए किया जाए और उन्हें भू कानून के दुरपयोग से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौतोड़ लेने के लिए अनेक नियम हैं और लोगों को नियमों अनुसार नौतोड़ के लिए आवेदन करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को कुहलों के रखरखाव में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि उन्हें सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि कूहलों का रखरखाव इस प्रकार किया जाना चाहिए कि सर्दियों में भी उन्हें नुकसान न पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लाहौल घाटी के जनजातीय लोगों का मुख्य व्यवसाय सब्जियां है और यही उनकी आर्थिकी का मुख्य स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ड्रिप सिंचाई व स्प्रींकलर प्रणाली के तहत खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो। वीरभद्र सिंह ने सीसु में खेल मैदान को विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने सीसु स्थित झील का सौन्दर्यकरण व उसे विकसित करने की भी घोषणा की, क्योंकि यह झील पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। उन्होंने विद्युत विभाग को सीसु गांव के इर्द-गिर्द तेलिंग से मुलिंग तक के 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली के खम्बों व तारों को शीघ्र बदलने का निर्देश दिया, जो वर्फबारी के कारण खराब हो चुके हैं। उन्होंने किसानों को आधुनिक ड्रिप सिंचाई तथा स्प्रींकलर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जल भण्डारण टैंकों का निर्माण करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त सम्पर्क मार्गों की मुरम्मत के भी निर्देश दिए। उन्होंने कोकसर में एलोपैथी औषधालय तथा 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने केलंग जिला अस्पताल में लिफ्ट सुविधा उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की। इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने बाघा नदी के ऊपर गमलिंग में 1.86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पुल की आधारशिला रखी। उन्होंने कोलोंग, जिस्पा तथा दारचा गांव का दौरा किया तथा लोगों की समस्याओं को सुना और प्रशासन को इनके शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने चन्द्रा नदी पर निर्माणाधीन मुलिंग पुल का भी निरीक्षण किया। यह पुल नदी तट के बांई ओर पड़ने वाले तीन गांवों को जोड़ेगा। उन्होंने इस अवसर पर गोंढाला तथा सीसु में लोगों की समस्याओं को भी सुना। मुख्यमंत्री ने केलंग में रेडक्रॉस मेले का भी शुभारम्भ किया।

 

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