- गत वर्ष एसजेवीएन ने अदा किया था 434.35 करोड़ रुपए का कुल लाभांश
- “एसजेवीएन” के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.एन.मिश्र ने शिमला में मुख्यमंत्री को भेंट किया लाभांश चेक
- एमओयू लक्ष्य की तुलना में एसजेवीएन ने किया है 9346 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन : आर.एन.मिश्र
- जल विद्युत “एसजेवीएन” की मूलभूत शक्ति का आधार
- निदेशक (वित्त) ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक (कार्मिक) नंद लाल शर्मा, निदेशक (सिविल) कंवर सिंह व “एसजेवीएन” के वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर रहे विशेष रूप से उपस्थित
- कंपनी हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के जलविद्युत स्टेशन का कर रही है शानदार निष्पादन
शिमला : सार्वजनिक क्षेत्र के एसजेवीएन लिमिटेड ने वर्ष 2015-16 के वार्षिक वित्तीय निष्पादन के आधार पर कंपनी की 25.5% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 116.05 करोड़ रुपए का लाभांश अदा किया है। एसजेवीएन ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए कुल 455.03 करोड़ रुपए का लाभांश घोषित किया है जो अब तक की सबसे अधिक लाभांश अदायगी है। अंतरिम लाभांश के रूप में हिमाचल प्रदेश सरकार को 66.47 करोड़ रुपए की अदायगी पहले ही कर दी गई है तथा अंतिम लाभांश के रूप में शेष 49.59 करोड़ रुपए की राशि का चेक अब जारी किया गया है। गत वर्ष एसजेवीएन ने 434.35 करोड़ रुपए का कुल लाभांश अदा किया था।
एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर.एन.मिश्र द्वारा शिमला में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को लाभांश का चेक भेंट किया गया। लाभांश चेक वी.सी.फारका, मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार, तरूण श्रीधर अतिरिक्त मुख्य सचिव (विद्युत), हिमाचल प्रदेश सरकार तथा प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में भेंट किया गया। इस अवसर पर ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक (वित्त), नंद लाल शर्मा, निदेशक (कार्मिक), कंवर सिंह, निदेशक (सिविल) तथा एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री को चेक भेंट करते हुए मिश्र ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान अपने विद्युत स्टेशनों से 8520 मिलियन यूनिट के विद्युत उत्पादन के एमओयू लक्ष्य की तुलना में एसजेवीएन ने 9346 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जल विद्युत एसजेवीएन की मूलभूत शक्ति का आधार है। कंपनी हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के जलविद्युत स्टेशन का शानदार निष्पादन कर रही है। इसके अलावा कंपनी नेपाल, भूटान, अरूणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार तथा गुजरात में 12 अन्य जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। कंपनी की अन्य दो परियोजनाएं यानि हिमाचल प्रदेश में 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना तथा महाराष्ट्र में 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना पहले से ही प्रचालनाधीन है। एसजेवीएन पहले ही पवन विद्युत, ताप विद्युत तथा विद्युत पारेषण में विविधीकरण कर चुका है तथा वर्तमान में 2000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है।