स्क्रब टायफस के लक्षण : तेज बुखार, सिर दर्द, लाल आंखे, निमोनिया व दिमागी बुखार

स्क्रब टायफस के नियंत्रण के लिए उठाए प्रभावी कदम

  • स्क्रब टायफस: खेतों में जाते समय पूरी बाजू कपड़े पहनें और घरों के आस-पास घास की करें कटाई

शिमला: प्रदेश में स्क्रब टायफस के मामले की स्थिति तथा इसके नियंत्रण के लिए उठाए गए पगों को लेकर प्रधान सचिव स्वास्थ्य प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि स्क्रब टायफस बरसात के मौसम के दौरान फैलता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे खेतों में जाते समय पूरी बाजू कपड़े पहन कर ही जाएं और घरों के आस-पास घास की कटाई करें और यदि किसी को भी बुखार आता है तो उसे तुरंत निकट के स्वास्थ्य संस्थान में दिखाएं। उन्होंने कहा कि इसको लेकर लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है तथा प्रदेश में ऐसे मामलों में कोई भी वृद्धि नहीं देखी गई है ।

उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा अधिकारियों को स्क्रब टायफस के मामलों का निःशुल्क उपचार सुनिश्चित बनाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करवाई गईं हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि 28 सितम्बर, 2016 तक प्रदेश में स्क्रब टायफस के कुल 825 मामले सामने आए हैं और अभी तक इस बीमारी के कारण 24 लोगों की मृत्यु की सूचना है।

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