अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित उपकरणों को बढ़ावा देने के लिए 23 सितम्बर को एक दिवसीय कार्यशाला : कुणाल सत्यार्थी

  • हिमाचल प्रदेश में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पर आधारित उपकरण और शासन प्रणाली एवं विकास के आवेदनों को बढ़ावा देना।
  • राज्य स्तरीय सम्मेलन राज्य के 40 विभागों को अवसर प्रदान करेगा
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित उपकरणों को बढ़ावा देने के लिए 23 सितम्बर को एक दिवसीय कार्यशाला : कुणाल सत्यार्थी

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित उपकरणों को बढ़ावा देने के लिए 23 सितम्बर को एक दिवसीय कार्यशाला : कुणाल सत्यार्थी

शिमला: राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद् के हि.प्र. सुदूर संवेदन केन्द्र तथा भारतीय सुदरू संवेदन – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ; (ISRO) के साथ मिलकर एवं हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों के साथ मिलकर संयुक्त रुप से अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित उपकरणों को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 23 सितम्बर 2016 किया जा रहा है। यह जानकारी कुणाल सत्यार्थी संयुक्त सदस्य सचिव, राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, हि.प्र. ने दी। उन्होंने बताया कि राजकीय सम्मेलन 7 सितम्बर 2015 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुए राष्ट्रीय सम्मेलन की निरन्तरता में किया जा रहा है। इस राजकीय सम्मेलन का उददे्श्य प्राकृतिक संसाधन प्रबन्धन आपदा प्रबन्धन विकास एवं शासन प्रणाली में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे कि; सुदूर संवेदन, GIS(Geographic Information System), GPS (Global Positioning System) और Communication Technology की जरुरत को समझना है। इस कार्यशाला में लगभग 40 हिमाचल प्रदेश सरकार के विभाग राज्य के पदाधिकारी, वैज्ञानिक और राज्य एवं राष्ट्रीय विशेषज्ञ और इसरो और भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान के विशेषज्ञ, NRSC राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केन्द्र के विशेषज्ञ और अन्य संबंधित हिस्सेदार (Concerned Stake holders) भाग लेंगे।

एक दिवसीय सम्मेलन राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की कार्यप्रणाली तैयार करने में करेगा मदद

एक दिवसीय सम्मेलन राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की कार्यप्रणाली तैयार करने में करेगा मदद

उन्होंने बताया कि यह एक दिवसीय सम्मेलन राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की कार्यप्रणाली तैयार करने में मदद करेगा। इस सम्मेलन का उदघाटन माननीय मुख्य सचिव द्वारा किया जाएगा और इसके बाद विभिन्न राजकीय विभाग अपना कार्य प्रस्तुत करेंगे व विभिन्न 9 विषय जैसे कि कृषि, भूमि संसाधन योजना, पर्यावरण एवं उर्जा, Infrastructure Planning जल संसाधन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, मौसम एवं आपदा प्रबंधन, विकास योजना, प्रौद्योगिकी के प्रयोग के विषय में विचार विमर्श करेंगे। 9 तकनीकि सत्र इसरो और हिमाचल प्रदेश सुदूर संवेदन केन्द्र के विषय विशेषज्ञों द्वारा संचालित किया जाएगा। तकनीकि सत्र के मुख्य परिणामों को Plenary सत्र में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जी के समक्ष पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ए.एस.किरण कुमार सचिव अंतरिक्ष विभाग और अध्यक्ष इसरो भी Plenary सत्र में भाग लेंगे और विभिन्न विभागों से आए प्रतिनिधियों को सम्बोधित करेंगे। यह राज्य स्तरीय सम्मेलन राज्य के 40 विभागों को अवसर प्रदान करेगा जो कि राज्य की अंतरिक्ष तकनीकि में प्रगति को बढ़ावा देगा और एक सुचारु कार्य योजना का स्वरुप तैयार करेगा।

 

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