मुख्यमंत्री का विद्यार्थियों से प्रदेश की समृद्ध संस्कृति व रीति-रिवाजों के संरक्षण का आह्वान

  • मुख्यमंत्री ने उरी हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
  • मुख्यमंत्री ने जीबी पंत महाविद्यालय को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज रामपुर बुशैहर में गोबिन्द बल्लभ पंत मैमोरियल कॉलेज में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय युवा उत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने जीबी पंत कॉलेज रामपुर को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय घोषित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जीबी कॉलेज रामपुर 19 विद्यार्थियों से आरम्भ हुआ था और आज इस महाविद्यालय में 4500 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा उत्सव विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करता है और यह विद्यार्थियों की सृजनात्मकता को प्रदर्शित करने में भी सहायक होता है। विद्यार्थी एक उद्देश्य के लिए कार्य करते हैं, जहां उन्हें अन्यों से मिलने-जुलने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी प्राचीन समृद्ध परम्परा, भाषा, संस्कृति व रीति-रिवाजों का संरक्षण करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने अध्यापकों का सम्मान करने का भी आह्वान किया।

युवा उत्सव में प्रदेश के 38 महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में सृजनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना और समृद्ध सांस्कृतिक लोक नृत्य को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ विद्यार्थियों में उद्यमशीलता को भी विकसित करना है। 17 सितम्बर से आरम्भ हुए चार दिवसीय उत्सव के दौरान अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित कीं गई। वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थान खोलकर बच्चों, विशेषकर लड़कियों को उनके घरद्वार के निकट गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है, जब प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को उनके घरद्वार के निकट उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में महाविद्यालय खोले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लड़कियों की शिक्षा के महत्व को समझती हैं और मानती है कि लड़कियों के शिक्षित होने से राष्ट्र निर्माण में सहायता मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत 45 महीनों के दौरान 1010 स्कूल खोले व स्तरोन्नत किए हैं, जिससे प्रदेश में पाठशालाओं की कुल संख्या बढ़कर 15,500 हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल राज्य में 24 आईटीआई, दो इंजीनियरिंग कॉलेज और 41 महाविद्यालय खोले गए हैं। इसके अतिरिक्त भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मण्डी के कमांद में क्रियाशील है और सिरमौर में भारतीय प्रबन्धन संस्थान खोला जा रहा है, जबकि बिलासपुर में एम्ज और हमीरपुर चम्बा में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं और सिरमौर जिले के नाहन में मेडिकल कॉलेज को आरम्भ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 114 महाविद्यालय क्रियाशील हैं और इनमें से 95 प्रतिशत महाविद्यालय कांग्रेस शासित सरकारों के दौरान खोले गए हैं।

युवा उत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। भारतीय शास्त्रीय नृत्य, में प्रथम पुरस्कार सेंट बीड्ज कॉलेज ने जीती, जबकि दूसरे स्थान पर राजकीय कन्या महाविद्यद्यालय शिमला रहा। हिमाचली लोक नृत्य में राजकीय महाविद्यालय आनी कुल्लू ने प्रथम तथा संस्कृत महाविद्यालय क्यारटू ठियोग तथा राजकीय महाविद्यालय ढलियारा ने दूसरा स्थान तथा तीसरे स्थान पर राजकीय महाविद्यालय सीमा, रोहड़ू व रामपुर रहे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने महाविद्यालय में वाई-फाई सुविधा का भी शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उड़ी में हुए आतंकी हमले के शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन भी रखा गया। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य ने इस अवसर पर उत्सव के विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने महाविद्यालय को स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में स्तरोन्नत करने और विश्वविद्यालयों अनुदान आयोग द्वारा दी जाने वाली अनुग्रह राशि की मांग का भी समर्थन किया। उन्होंने महाविद्यालयों की अधोसंरचना सुविधाएं के विस्तार का भी आग्रह किया। उन्होंने प्रदेश सरकार के राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में महाविद्यालय खोलने के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि प्रदेश के युवाओं को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कौशल विकास निगम का गठन किया गया है। युवाओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के तकनीकी संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने भातीय सेना पर किए गए हमले की निंदा की तथा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

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