भाजपा नेताओं के बयान हास्यास्पद्, अफवाहें फैलाने के बजाय उसे करें सार्वजनिक : सुधीर व कर्ण सिंह

  • : भर्ती प्रक्रिया में बरती जा रही है पूरी पारदर्शिता : सुधीर व कर्ण सिंह
  • : प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रही
  • : दावों में होगी सच्चाई तो निःसंदेह दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई

शिमला: शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा और आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह द्वारा शिमला से जारी प्रेस वक्तव्य उन्होंने विभिन्न विभागों में भर्तियों में अनियमितताओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल और अन्य भाजपा नेताओं के मीडिया में जारी बयानों को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा है कि ये आरोप पूर्णतः तथ्यहीन, पक्षपातपूर्ण और दुर्भावना से प्रेरित हैं।

आज यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार के पिछले 45 महीनों के कार्यकाल के दौरान सरकारी क्षेत्र में ही लगभग 60,000 नौकरियां प्रदान की हैं। सरकार रोजगार के लिए जितने भी विज्ञापन जारी कर रही है, उन पदों को भरने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जाती हैं और भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है।

उन्होंने कहा कि 45 माह के कार्यकाल के दौरान शिक्षा विभाग में 13 हजार से अधिक नौकरियां प्रदान की गई हैं, जबकि स्नात्कोत्तर अध्यापकों के 1300, प्रशिक्षित स्नातक अध्यापकों के 950, जेबीटी के 600, सी एंड वी अध्यापकों के 1500 और 620 से अधिक सहायक प्राध्यापकों के पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। कौशल विकास भत्ता योजना के अंतर्गत 1.63 लाख युवाओं को लाभान्वित किया गया है और 13 हजार क्रियाशील पद भी निकट भविष्य में भरे जाएंगे।

मंत्रियों ने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर रही है। पुलिस, वन व शिक्षा विभागों में भर्तियां मैरिट के आधार और नियमों और प्रक्रिया के अनुसार की गई हैं। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग व अधीनस्थ चयन बोर्ड, हमीरपुर के माध्यम से परीक्षाएं आयोजित कर पारदर्शिता के साथ इन पदों को भरा गया है।

भर्ती प्रक्रिया में किसी उम्मीदवार के पक्ष में श्रव्य वार्तालाप के सबूत का दावा होने संबंधी भाजपा नेताओं के बयान को हास्यास्पद् बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनके पास ऐसी कोई सूचना है तो अफवाहें फैलाने के बजाय उसे सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि उनके दावों में सच्चाई होगी तो निःसंदेह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम में हुई भर्तियों के सवाल पर सुधीर शर्मा और कर्ण सिंह ने कहा कि 12 पर्यटन परिसरों की इकाइयों व होटलों की आवश्यकता के अनुसार 100 यूटीलिटी पद भरने को मंजूरी दी गई है। ये भर्तियां तमाम औपचारिकताएं पूरा करने के उपरांत निर्धारित प्रक्रिया व नियमों के तहत की जा रही है, जो सरकार में एक निरंतर प्रक्रिया है। पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान वन विभाग में वन रक्षकों और वन परिक्षेत्र अधिकारियों के 898 पद भरे गए हैं जबकि वन रक्षकों के 400 और पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के भाजपा नेता अनावश्यक शोर-शराबा कर हैं और संभवतः उन्हें जानकारी नहीं है कि मंत्रीमंडल की बैठकों में हजारों पदों को सृजित व भरने की स्वीकृति सरकार प्रदान कर चुकी है। स्वास्थ्य, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, पुलिस विभाग तथा अन्य विभागों में हजारों पद भरे गये हैं और अनेकों पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने धूमल के प्रेस वक्तव्य को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए कहा कि वह लोगों का ध्यान बांटने की असफल कोशिश कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी सरकार का पिछला कार्यकाल याद करना चाहिए, जब बड़े पैमाने पर नौकरियां बेची गईं और अधीनस्थ चयन बोर्ड हमीरपुर ऐसी गतिविधियों का अड्डा बनकर रह गया था। उन्होंने धूमल को याद दिलाया कि उनके मुख्यमंत्रीत्वकाल में भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं बरतीं गईं और भ्रष्टाचार चरम पर था।

शहरी विकास मंत्री और आयुर्वेद मंत्री कहा कि भाजपा नेता इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल में युवाओं के लिए भारी संख्या में पद सृजित करने के साथ-साथ हजारों कर्मचारियों को नियमित कर लाभान्वित किया है। उन्होंने कहा कि बेरोज़गार युवाओं का कोई राजनीतिक दल नहीं होता है और उन्हें रोज़गार की अधिक चिन्ता होती है, चाहे वह सरकारी क्षेत्र में हो या निजी क्षेत्र में। मंत्रियों ने भाजपा नेताओं को सलाह दी है कि वे वह इतनी निम्न स्तर की बयानबाजी पर उतारू न हों तथा इस प्रकार की आधारहीन व नकारात्मक टिप्पणियों से परहेज करें।

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