शिमला: युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल तथा सासंद एवं भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर पर दिए गए विवादित ब्यान पर कटाक्ष करते हुये भारतीय जनता युवा मोर्चा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष विशाल चौहान ने कहा कि विक्रमादित्य पहले अपने गिरेवान में झांक कर देखें।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विशाल चौहान ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह शायद यह भूल गए हैं कि प्रदेश में झूठे केस बनाने की परम्परा का आगाज मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शुरू किया है । अपने राजनैतिक स्वार्थ के चलते उन्होंने समय पर अपने ही पार्टी के नेताओं और विपक्षी पार्टी के नेताओं पर प्रदेश के पुलिस प्रशासन का दुरूप्योग करते हुए कई झूठे केस बनवाए। उन्होंने कहा कि आंकण्ठ भ्रष्टाचार मे डूबी हुई कांग्रेस सरकार आज जनता को जबाव देने के बजाये जनता का ध्यान भटकाने में लगी हैं । 2010 में वीरभद्र सिंह तथा उनके परिवार पर आय से अधिक सम्पति का केस उस समय केन्द्र में चल रही कांग्रेस सरकार में ही बना है जिसकी पेशियां भुगतने के ही उन्हें और उनके परिवार को आज भी दिल्ली के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विशाल चौहान ने कहा कि भाजपा हर कार्यकर्ता और नेता राष्ट्रवादी हैं इसके लिए विक्रमादित्य से सट्रीफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर पर बनाए गए झूठे केसों में न्यायालय द्वारा निरस्त किया जाना कांग्रेस के मुहं पर जोरदार तमाचा है। विशाल चौहान ने विक्रमादित्य को चेताया है कि भविष्य में झूठे आरोप लगाने से पहले वह अपने गिरेवान में झांककर देखें।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विक्रमादित्य आज खुद नशे के खिलाफ आन्दोलन कर रहे है और उसके खिलाफ मुहिम चला रहे है परन्तु उन्हें पता होना चाहिए कि कांग्रेस सरकार के समय में प्रदेश में नशे का कारोबार बिना खौफ फलफूल रहा है। परन्तु जो ईमानदारी अधिकारी इसके खिलाफ कारवाई करते हैं तो उनके तबादले कर दिए जाते हैं। प्रदेश में नशे का कारोबार और अवैध खनन् का कांग्रेस पार्टी से पुराना रिश्ता रहा है। विक्रमादित्य को पहले इसके खिलाफ सख्त कारवाई सरकार से करवानी चाहिए। विक्रमादित्य द्वारा तिरंगा यात्रा पर किए गए कटाक्ष की भाजयुमो अध्यक्ष ने कड़ी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि जिस तिरंगा यात्रा और पाकिस्तान के साथ मैच करवाने की वह बात कर रहे हैं पहले यह बताएं कि हिमाचल भवन चण्डीगढ़ में पाकिस्तान व्यापार की प्रदर्शनी की इजाजत किस सरकार ने दी जिससे पाकिस्तानियों को रोजगार का अवसर दिया गया तथा हिमाचल के व्यापारियों के साथ धोखा किया गया। इसलिए विक्रमादित्य को दूसरों पर कटाक्ष करने के वजाए पहले अपने गिरेवान में झांकना चाहिए।