नाहन शहर केे आस पास के क्षेत्र में 11 जुलाई को विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित

बिजली बोर्ड द्वारा दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत आज तक 17 गांवों को किया गया है विद्युतीकृत

  • शेष 11 गांवों को सितम्बर 2016 तक कर दिया जाएगा विद्युतीकृत
  • योजना के अनुसार कुल 28 गांवों का किया जाना है विद्युतीकरण
  • हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा प्रदेश के सभी 12 जिलों के लिए  की गई थी यह योजना तैयार

शिमला: हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत आज तक 17 गांवों को विद्युतीकृत किया गया है। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार शेष 11 गांवों को सितम्बर 2016 तक विद्युतीकृत कर दिया जाएगा। योजना के अनुसार कुल 28 गांवों का विद्युतीकरण किया जाना है। इस बात का खुलासा हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक ईं. पी. सी. नेगी द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा इस योजना को निम्नलिखित उदेश्यों के साथ ग्रामीण घरों के विद्युतीकरण के लिए 3 दिसम्बर 2014 को शुरू किया गया हैः-

  • परियोजनाएं, ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि एवं गैर-कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति को सुविधाजनक बनाने के लिए कृषि एवं गैर-कृषि फीडरों को पृथकीकरण प्रदान करेंगी। फीडरों के पृथकीकरण का मुख्य उदेश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गैर-कृषि उपभोक्ताओं को निरन्तर विद्युत आपूर्ति करना और कृषि उपभोक्ताओं को गुणवतापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
  • परियोजनाएं, ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण ट्रांसफार्मरों, फीडरों एवं उपभोक्ताओं की मीटरिंग सहित उप-संचार एंव वितरण ढांचे को सुदृढ़ीकरण एवं संवर्धन प्रदान करेंगी। इसका मुख्य उदेश्य ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वसनीय व गुणवतापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

इस योजना की कुल लागत 159.12 करोड़ रूपये है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा प्रदेश के सभी 12 जिलों के लिए यह योजना तैयार की गई थी। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा 13.46 करोड़ रूपये की राशि 5 अगस्त 2015 को जारी कर दी गई है।

दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत लिए गए 35 गांवों में से अब केवल 28 गांवों को योजना के अंतर्गत विद्युतीकृत किया जाएगा (7 मौसमी/प्रवासी बस्ती हैं)।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *