सीएम ने रखी भरमौर विधानसभा क्षेत्र के लिल्ह में आदर्श महाविद्यालय की आधारशिला

  • सरकार चम्बा चप्पल के पेटेंट का करेगी प्रयास
  • विभिन्न स्कूलों के स्तरोन्नयन की घोषणाएं

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ऐतिहासिक चम्बा चैगान में आज अन्तरराष्ट्रीय मिंजर मेले के समापन अवसर पर आयोजित खेलों के पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार चम्बा चप्पल का पेटेंट करने के भरपूर प्रयास करेगी, ताकि बाजार में इसकी नकल को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पेटेंट होने से इस व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक तौर पर लाभान्वित होंगे, जिन्होंने चम्बा चप्पल की कला के अस्तित्व को जीवित रखा है। उन्होंने कहा कि चम्बा रूमाल की अपनी अन्तरराष्ट्रीय पहचान है और इसे और प्रोत्साहित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, हि.प्र. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कांग्रेस कार्य समिति की सदस्या एवं अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की सचिव आशा कुमारी, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सुरिन्द्र भारद्वाज, हि.प्र.राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया, हि.प्र. कांगे्रस समिति के सचिव पवन नय्यर, जिला परिषद के अध्यक्ष धर्म सिंह पठानिया, नगर परिषद चम्बा की अध्यक्षा नीलम नय्यर, राज्य हज़ समिति के अध्यक्ष दिलादर अल्ली सहित शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने पुरानी संस्कृति एवं मान्यताओं के संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मिंजर उत्सव का एक विशिष्ट ऐतिहासिक महत्व है, तथा राज्य के अन्य मेले एवं त्यौहार भी इतने ही महत्व के हैं। उन्होंने कहा कि हम हिमाचलियों को अपनी संस्कृति, रीति-रिवाजों एवं परम्पराओं पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल वही सभ्यताएं जीवित रहती हैं, जो अपनी परम्पराओं का संरक्षण, अनुसरण एवं सम्मान करने के साथ-साथ अपने देवी-देवताओं में आस्था व विश्वास रखती हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि अपनी संस्कृृति एवं परम्पराओं को अपनाते हुए व्यक्तिगत तौर पर अपने आप को विकसित करना ही सही अर्थों में आधुनिक होना है। उन्होंने कहा कि हमें राज्य, जिला अथवा उपमण्डल स्तर के अपने सभी मेलों एवं त्यौहारों को खुशी व धूमधाम केे साथ मनाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के मद्देनज़र सरकार निकट भविष्य में शिमला में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में चम्बा के बुनकरों एवं शिल्पकारों तथा सदियों पुरानी समृद्ध कला एवं शिल्प का संरक्षण करने वालों को सम्मानित करेगी।

बस अड्डे के मामले पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा के पुराने कारागार के समीप कार्यशाला सहित बस अड्डे का निर्माण कार्य अगले दो माह के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तय समय सीमा के भीतर इसका निर्माण पूरा करने के निर्देश जारी किए।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय से चम्बा में सीमेंट का कारखाना स्थापित किया जा रहा था और इसका कार्य अभी तक लटका है। इस कारखाने का कार्य कर रही कम्पनी द्वारा कार्य को पूरा करने में असफल रहने के कारण इसे ब्लैक लिस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि अब दोबारा से इसकी निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं, ताकि सीमेंट प्लांट का कार्य शीघ्र आरम्भ किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा में शीघ्र ही पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय मेडिकल कालेज खोला जाएगा और सिरमौर में डा. यशवन्त सिंह परमार मेडिकल कालेज खोला गया है जबकि इसी प्रकार का एक अन्य काॅलेज हमीरपुर में खोला जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिये विभिन्न घोषणाएं की, जिनमें ग्राम पंचायत उटीप के ककरोलु में आयुर्वेदिक औषद्यालय खोलना, ग्राम पंचायत कमराही के कमलाही में एक नया पशु औषद्यालय खोलना, राजकीय उच्च पाठशाला रजेड़ा को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करना, ग्राम पंचायत रिण्ड में माध्यमिक पाठशाला धनेई को उच्च पाठशाला स्तरोन्नत करना तथा ग्राम पंचायत पलुईं के भलेड़ा और ग्राम पंचायत साहो पदर के टिक्करी प्राथमिक पाठशालाओं के स्तरोन्यन की घोषणाएं शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्याप्त शिक्षण संस्थान खोले जा चुके हैं और अब स्कूल केवल राज्य के दूरवर्ती एवं पिछड़े क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार ही खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज राज्य में लगभग 115 कालेज हैं, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं और इनमें विशेषकर लड़कियों को उनके घर-द्वार के समीप उच्च शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध हुई हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह हमेशा ही स्कूलों में ग्रेडिंग प्रणाली के विरूद्ध रहे हैं, और उन्होंने इस पद्वति के स्थान पर परीक्षा प्रणाली आरम्भ करने का मामला केन्द्र सरकार से उठाया है। इससे विद्यार्थियों के प्रदर्शन का विश्लेषण करने में सहायता मिलेगी और वे भविष्य में प्रतिस्पधाओं के लिये भी तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को अपने कर्तव्यों का निष्पादन समर्पण एवं वचनबद्धता से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अध्यापकों से किसी प्रकार की शिकायत होने पर अथवा अपने शिक्षण कार्य के प्रति गंभीर न होने पर अभिभावक अथवा बच्चे कोई भी शिकायत उन्हें निजी पते पर भेज सकते हैं और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में एक वृहद एलईडी प्रोत्साहन योजना आरम्भ की गई है। योजना के अन्तर्गत घरेलू उपभोक्ताओं को बाजार से आधी कीमत पर एलईडी बल्ब प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी गांवों को थ्री फेस विद्युत लाईन उपलब्ध करवाने पर कार्य कर रही है ताकि इन गांवों में कम बोल्टेज की समस्या का प्रभावी ढंग से समाधान हो सके। वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर सप्ताह भर चले मेले के दौरान आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए।

मुख्यमंत्री ने कैरियां में 1.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कल्याण भवन व खरमुख में फायर पोस्ट का लोकार्पण किया। उन्होंने लाहल में 234 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 33 केवी विद्युत उप-केन्द्र की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने भरमौर विधानसभा क्षेत्र के लिल्ह में रूसा के अंतर्गत 15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले दूसरे आदर्श महाविद्यालय की आधारशिला रखी। इस तरह का पहला कालेज सिरमौर जिले में बनाया जा रहा है। उन्होंने विशेष क्षेत्र प्राधिकरण के तहत भरमौर के पट्टी में बनने वाले व्यावसायिक परिसर की आधारशिला भी रखी।

 

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