बिलासपुर में हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना के लिए हि.प्र. सरकार, एनएचपीसी व एनटीपीसी के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

  • प्रधानमंत्री मोदी इस परियोजना की आधारशिला रखने के लिए शीघ्र ही करेंगे प्रदेश का दौरा : नड्डा

शिमला : हिमाचल प्रदेश में हाईड्रो इंजीनियरिंग कालेज स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार, एनटीपीसी तथा एनएचपीसी के बीच आज नई दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह संयुक्त उपक्रम अपनी तरह का देश का पहला कालेज होगा। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, केन्द्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल और हि.प्र. परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जी.एस. बाली की उपस्थिति में किए गए।

इस महत्वकांक्षी परियोजना की स्थापना बिलासपुर जिले के बन्दला में 125 करोड़ रुपये की लागत से एनएचपीसी तथा एनटीपीसी के वित्तीय सहयोग से की जाएगी, जिसमें दोनों निगम प्रथम चरण में प्रत्येक 37.50 करोड़ रुपये तथा दूसरे चरण में प्रत्येक 25 करोड़ रुपये का योगदान करेंगे। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने इस परियोजना के कार्यान्वयन में दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति प्रदर्शित करने के लिए केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने ऊर्जा मंत्रालय को इस परियोजना के समय पर पूरा करने के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस परियोजना की आधारशिला रखने के लिए शीघ्र ही प्रदेश का दौरा करेंगे।

केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री पियूष गोयल ने हि.प्र. राज्य सरकार, एनएचपीसी तथा एनटीपीसी के अधिकारियों का परियोजना की सभी औपचारिक्ताओं को समय पर पूरा करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह इंजीनियरिंग कालेज हिमाचल प्रदेश के युवाओं को न केवल बेहतर एवं रोजगारोन्मुखी इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि देश में सहभागिता का एक उदाहरण भी पेश करेगा। उन्होंने कहा कि आरम्भ में 60-60 सीटों के चार पाठ्यक्रम आरम्भ किए जाएंगे।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जी.एस. बाली ने केन्द्र सरकार, विशेषकर ऊर्जा मंत्रालय का औपचारिकताओं को अंतिम रूप देने के लिए किए गए प्रयासों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए पहले ही भूमि का चयन कर इसका हस्तांतरण कर लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कुशल नेतृत्व में राज्य के युवाओं को गुणात्मक एवं रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह इंजीनियरिंग कालेज राज्य में गुणात्मक इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान करने में मद्दगार होगा।

हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक राजेश्वर गोयल और एनटीपीसी की ओर से क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक के.के. सिंह व एनएचपीसी की ओर से कार्यकारी निदेशक (सीएसआर एण्ड एसडी) एच. मित्रा ने हस्ताक्षर किए। एनटीपीसी के मुख्य प्रबन्ध निदेशक गुरदीप सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया तथा संगठन की गतिविधियों का ब्यौरा दिया, जबकि एनएचपीसी के मुख्य प्रबन्ध निदेशक के.एम. सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल, सांसद विपल्व ठाकुर, सांसद विरेन्द्र कश्यप, राम स्वरूप शर्मा व अनुराग ठाकुर तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव संजय गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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