नई दिल्ली: छात्रवृत्ति को ऑनलाइन प्राप्त करने और सीधे अपने बैंक खाते में धन प्राप्त करने की सुविधा के लिए आधार कार्ड से छात्रों को बहुत सहायता होगी। भारत के सभी नागरिकों का पंजीकरण करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने देश भर के स्कूली बच्चों के लिए एक विशेष आधार पंजीकरण अभियान शुरू किया है। जो छात्र, छात्रवृत्ति योजना के लिए योग्य हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। अपने-अपने जिलों के सभी स्कूलों के लिए जिलाधिकारी इस अभियान का समन्वय और निरीक्षण कर रहे हैं। स्कूलों के प्रधानाचार्यों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे छात्रों को अपने निकट के आधार पंजीकरण केन्द्र ले जायें और आधार के लिए उनका पंजीकरण करायें। जहां बड़ी संख्या में छात्रों का पंजीकरण होना है, उन स्कूलों में पंजीकरण शिविर लगाये जा रहे हैं। छात्रों को आधार के जरिये सीधे उनके बैंक खातों में बगैर किसी अड़चन के विभिन्न छात्रवृत्तियां प्राप्त करने में सुविधा होगी।
सरकार विभिन्न कदम उठा रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि छात्रवृत्ति कार्यक्रम के तहत लाभ सही और योग्य हितधारकों को प्राप्त हों। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अजय भूषण पाण्डेय ने बताया की छात्रवृत्ति हितधारकों के आधार पंजीकरण को प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे छात्रों को प्राथमिकता के आधार पर 15 अगस्त 2016 तक आधार पंजीकरण प्रदान कर दिया जायेगा। राज्यों के स्कूली शिक्षा विभाग, स्कूलों के अध्यापकों और स्थानीय आधार पंजीकरण एजेंसियों के जरिए छात्रों को आधार पंजीकरण प्रदान करने के लिए अभियान चला रहे हैं ताकि उन सभी छात्रों को पंजीकृत किया जा सके जो छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करना चाहते हैं। इस प्रकार छात्रवृत्ति की राशि इन छात्रों को सीधे उनके बैंक खातों द्वारा प्राप्त होगी।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि जिलाधिकारियों से आग्रह किया गया है कि वे छात्रों के लिए चलाये जाने वाले विशेष आधार पंजीकरण अभियान का समन्वय और निरीक्षण करें। राज्य शिक्षा विभागों और प्रत्येक जिले में विशेष प्रकोष्ठ स्थापित किये गये हैं ताकि पंजीकरण के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई को हल किया जा सके। अभियान की प्रगति की समीक्षा हर सप्ताह की जायेगी। स्कूली छात्रों के माता-पिता इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं और अपने बच्चों को आधार के लिए पंजीकृत करवा सकते हैं। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आधार पंजीकरण के दौरान छात्र या उसके माता-पिता या परिवार के किसी सदस्य का मोबाइल नंबर और ईमेल भी ले लिया जाये। इससे आधार के संबंध में सम्पर्क करने की सुविधा होगी और ई-आधार, आधार नम्बर की जानकारी आदि आसानी के साथ डाउनलोड की जा सकेगी। अब तक 103.5 करोड़ आधार का सृजन किया जा चुका है और 97 प्रतिशत वयस्क आबादी इसके दायरे में है। हालांकि 5 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के संबंध की आधार की यह स्थिति अपेक्षाकृत 64 प्रतिशत के स्तर पर है।