- भारत में विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर संभव सुविधा प्रदान करेगी: निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत में विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर संभव सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के सभी हितधारकों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। सीतारमण ने कहा कि स्टार्ट-अप इंडिया पहल नवाचार को बढ़ावा देने, रोजगारों के सृजन और निवेश की सुविधा प्रदान करने के लिए की गई है। स्टार्ट-अप इंडिया राज्यों के सम्मेलन के अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरकार स्टार्ट-अप को एक सकारात्मक वातावरण प्रदान करने और इस पहल को साकार रूप देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भारत उद्यमशीलता की गतिविधियों में एक उद्यमी क्रांति के साथ सबसे आगे है। भारत स्टार्ट-अप की संख्या के मामले में अमरीका और ब्रिटेन के बाद तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि भारत 4400 प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप के करीब है और एक युवा और विविध उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र की सहायता से इनके 2020 तक 12,000 से ज्यादा तक पहुंचने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा स्टार्ट-अप राष्ट्र है जहां 72 प्रतिशत संस्थापक 35 वर्ष से कम हैं और अभिनव उपक्रम भारत में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये संख्या भारत के सकारात्मक उद्यमी स्वभाव का संकेत है। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान की सिर्फ वास्तविकता नहीं बल्कि एक शानदार अवसर भी है।
सीतारमण ने कहा कि उनकी सरकार लोगों से लगातार मिलने और उनकी प्रतिक्रियाएं लेने में विश्वास रखती है। इस दिशा में 28 जुलाई, 2016 को स्टार्ट-अप फाउंडर्स के साथ उनकी बैठक तय है। इसके अलावा वह उद्यमशील प्रकोष्ठों और प्रेरणादायी लोगों से जुड़े शैक्षिक संस्थानों, बेहतर निवेशकों और नेटवर्क, वीसी और निजी इक्विटी कंपनियों के साथ भी बैठक करेंगी।