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वीरभद्र सिंह की सरकार के विकास रथ को नहीं रोक सकते भाजपा नेता : पठानिया

शिमला : हि.प्र. राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया ने आज यहां जारी एक वक्तव्य में कहा कि भाजपा के कुछ नेता हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से बौखला कर आए दिन अनाप-शनाप ब्यानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह को राजनीति में 53 वर्ष से अधिक का लम्बा अनुभव है और वह न केवल छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं, बल्कि आज प्रदेश के जननायक के रूप में उभर कर सामने आए हैं।

पठानिया ने केन्द्र की भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर प्रदेश के कुछ भाजपा नेताओं के इशारे पर राज्य में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की साजिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड और अरूणांचल राज्यों की लोकतान्त्रिक ढंग से चुनी हुई सरकारों को केन्द्र में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने जाल-साजी करके बर्खाश्त करवाया, लेकिन माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दोनों ही राज्यों में पुनः कांग्रेस की सरकारों की बहाली की, जो भाजपा के मूंह पर एक तमाचा है, और भविष्य के लिये सबक भी।

उपाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने सभी कार्यकालों के दौरान प्रदेश के विकास में कोई कोर-कसर नहीं रखी है। डा. यशवन्त सिंह परमार हिमाचल निर्माता थे और वीरभद्र सिंह आधुनिक हिमाचल के निर्माता। उन्होंने वीरभद्र सिंह को विकास का मसीहा करार देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कें, पेयजल, सिंचाई व जन कल्याण जैसे सभी क्षेत्रों में अपार विकास सुनिश्चित बनाया है। राज्य के अंतिम छोर व समाज के प्रत्येक वर्ग तक विकास की लौ पहंुची है। इसके अलावा कर्मचारियों, पेंशनधारकों, मजदूरों सहित प्रत्येक जनमानस को किसी न किसी रूप में लाभान्वित किया है और राज्य में हो रही इस प्रगति से भाजपा नेता घबरा गए हैं और मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने के लिए मनघडंत व तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के ये नेता वीरभद्र सिंह की सरकार के विकास रथ को नहीं रोक सकते।

पठानिया ने कहा कि भाजपा नेता वीरभद्र सिंह की लोकप्रियता से घबरा गए हैं और उनके लगभग छः दशकों के बेदाग राजनीतिक जीवन पर छींटाकशी कर ओच्छी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब-जब प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में आई वीरभद्र सिंह के विरूद्ध अनेक झूठे मामले बनाए गए, जिसमें वे हमेशा ही माननीय न्यायालयों से पाक साफ निकले और इस बार भी मुख्यमंत्री बेदाग होकर निकलेंगे। पठानिया ने कहा कि भाजपा के नेता जब अपने ही बुजुर्ग नेताओं का आदर नहीं कर रहे हैं, तो दूसरों को उनसे क्या उम्मीद हो सकती है। जिस प्रकार केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की सरकार अपने बुजुर्ग एवं अनुभवी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा रही है, उसी तरह से हिमाचल में भी भाजपा नेताओं ने कभी भी अपने बुजुर्ग नेताओं का सम्मान नहीं किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र की तर्ज पर प्रदेश में भाजपा नेता मोदी फार्मूले से डरे हुए हैं और उन्हें अपना भविष्य अंधकारमयी लग रहा है और उनकी हताशा का यह भी एक कारण है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के सशक्त नेतृत्व के साथ पूरी प्रदेश सरकार व कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह प्रदेश के कदावर नेताओं में हैं और प्रदेश में उनका कोई सानी नहीं।

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