मुख्यमंत्री ने किया श्री नयना देवी कालेज का लोकार्पण

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज बिलासपुर जिला के श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घवांडल का निर्माण कार्य पूरा होने पर 50 बिस्तरों की क्षमता का अस्पताल बनाने, नकराणा में आयुर्वेदिक औषधालय खोलने और रावमापा स्वारघाट में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने प्राथमिक पाठशाला सरण को माध्यमिक पाठशाला, माध्यमिक पाठशाला झिड़ियां को उच्च पाठशाला, दबट, जामली और लखणु उच्च पाठशालाओं को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के रूप में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।

श्री नयना देवी जी में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया है और प्रत्येक गांव को वाहन योग्य सड़क सुविधा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। आज प्रदेश में 35000 किलोमीटर से अधिक सड़कें हैं, जबकि प्रदेश के गठन के समय मात्र 228 किलोमीटर लम्बी सड़कें थीं। प्रदेश के सभी गांवों का विद्युतीकरण किया गया है तथा पेयजल व सिंचाई सुविधाओं का भी बड़े स्तर पर विस्तार हुआ है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 6 मेडिकल कालेज हैं, जिनमें से चम्बा, हमीरपुर व नाहन में मेडिकल कालेजों को शीघ्र कार्यशील बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मण्डी जिला के नेरचैक में ईएसआईसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल को शीघ्र कार्यशील बनाया जाएगा, जिसके लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। बिलासपुर जिला में एम्स की स्थापना भी की जाएगी, जिससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण होगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के वर्तमान कार्यकाल में 27000 लोगों को केवल सरकारी क्षेत्र में ही रोजगार प्रदान किया गया है। शिमला जिला के ज्यूरी और कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां में इंजीनियरिंग कालेज खोले गए हैं तथा सिरमौर जिला में आईआईएम खोला जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक युवा को रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से 500 करोड़ रुपये की कौशल विकास भत्ता योजना कार्यान्वित की जा रही है और प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को भत्ता प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने नयना देवी कालेज का शुभारम्भ किया और इस अकादमिक सत्र से कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने 2.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सर्कुलर रोड़ का शुभारम्भ भी किया।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय उपलब्धि हासिल की है और आज 15,534 स्कूल केवल सरकारी क्षेत्र में ही कार्यशील हैं। सरकार की प्राथमिकता हिमाचल को शिक्षा का उत्कृष्ट केन्द्र बनाना है और हजारों नए स्कूल खोलने के साथ-साथ आज राज्य में 115 डिग्री कालेज हैं। राज्य की साक्षरता दर 88 प्रतिशत है और केरल के बाद हम दूसरे स्थान पर हैं।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने नम्होल में 1.1 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उप-तहसील भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने राजपुरा में 40.13 लाख रुपये की लागत से बनने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, श्री नयना देवी जी में 1.06 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली कार पार्किंग और घवांडल में 2.38 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिलाएं भी रखीं।

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