नई दिल्ली: राज्यों में होने वाले आगामी चुनावों और भाजपा की मजबूत स्थिति वाले राज्यों को ध्यान में रखते हुए राजस्थान से चार सांसदों और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात से तीन-तीन सांसदों को आज मोदी सरकार में जगह मिली ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मई 2014 में बागडोर संभालने के बाद दूसरी बार हुए मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के तहत 19 सांसदों को सरकार में शामिल किया गया है, जिसमें दलित और ओबीसी नेताओं को भी मंत्री पद दिया गया है। उत्तर प्रदेश से तीन सांसदों- महेंद्र नाथ पांडे, कृष्ण राज और मिर्जापुर से निर्वाचित अनुप्रिया सिंह पटेल को मंत्री बनाया गया है। गौरतलब है कि अगले साल की शुरूआत में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं।
दिल्ली से पी पी चौधरी, विजय गोयल, राजस्थान से सांसद – अर्जुन राम मेघवाल और सी आर चौधरी भी सरकार का हिस्सा बने हैं। गुजरात में भी अगले साल चुनाव होने हैं और राज्य से तीन चेहरों – मनसुख मंडाविया, पुरूषोत्तम रूपाला और जसवंत सिंह भाभोर को मंत्री पद दिया गया है। मध्य प्रदेश से सांसद – अनिल माधव दवे (इंदौर), मांडला से फग्गन कुलस्ते और पत्रकार से नेता बने एम जे अकबर भी मंत्री बने हैं। उत्तराखंड चुनावों को ध्यान में रखते हुए अल्मोड़ा से दलित नेता अजय टम्टा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
भाजपा की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई-ए) के नेता रामदास अठावले को भी सरकार में शामिल किया गया है। अन्य राज्यों से सांसदों को भी मंत्री बनाया गया है, मसलन पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग से सांसद एस एस अहलूवालिया, कर्नाटक के बीजापुर से सांसद रमेश जिगजिनागी और असम में नौगांव से सांसद राजन गोहेन को मंत्री पद मिला है। विजय गोयल और फग्गन कुलस्ते को छोड़कर बाकी सभी नए चेहरे हैं, हालांकि इनमें से कुछ भाजपा शासित राज्य सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में इन सांसदों को मंत्री पद की शपथ दिलाई।