शिमला: भारतीय बाल कल्याण परिषद ने वर्ष 2016 के लिए बच्चों की वीरता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। भारतीय बाल कल्याण परिषद के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि आवेदन प्रस्तुत करने की अन्तिम तिथि 30 सितम्बर, 2016 निश्चित की गई है। पुरस्कार के लिए पहली जुलाई, 2015 से 30 जून, 2016 के बीच की घटनाओं पर विचार किया जाएगा, हालांकि चयन समिति अपने विवेक पर इस तिथि में अधिक से अधिक 3 माह की अवधि की छूट प्रदान कर सकती है।
उन्होंने कहा कि नामांकन निर्धारित आवेदन प्रपत्र पर आवेदक द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य का 250 शब्दों में ब्यौरे सहित प्राप्त किए जाएंगे। इसके अलावा, जन्म तिथि का प्रमाण, समाचारों की कतरनें अथवा प्राथमिक सूचना रिपोर्ट अथवा पुलिस स्टेशन में दर्ज पुलिस डायरी को भी आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करना होगा। आवेदक की आयु घटना की तिथि को 6 वर्ष से कम और 18 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि उम्मीदवार के चयन के लिए बहादुरी का विशिष्ट एवं स्पष्ट प्रदर्शन होना चाहिए, जिसमें चोट का खतरा अथवा जीवन का खतरा अथवा सामाजिक बुराई/अपराध के विरूद्ध साहस का प्रदर्शन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आवेदन की संस्तुति संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक अथवा पंचायत व जिला परिषद के अध्यक्ष, महासचिव, राज्य बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष, उपायुक्त अथवा इनके समकक्ष अधिकारी, क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक अथवा उच्च पद पर आसीन पुलिस अधिकारी द्वारा की जानी चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि पुरस्कार प्रधानमंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस से पूर्व प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार प्राप्त कर्ताओं को भारत के राष्ट्रपति जैसी महान विभूतियों द्वारा भी बधाई दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का अवसर भी प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार प्राप्तकर्ता एक मेडल, प्रमाण पत्र तथा नकद पुरस्कार के अलावा, परोपकारी संगठनों से उपहार भी प्राप्त करेंगे। पात्र पुरस्कार कर्ताओं को स्कूल शिक्षा पूरा होने तक सहायता प्रदान की जाएगी। भारतीय बाल कल्याण परिषद छात्रवृति योजना के अन्तर्गत इंजीनियरिंग, मेडिसिन और अन्यों को स्नातक की डिग्री पूर्ण होने तक वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है।