हिमाचल प्रदेश राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, कल करेगा “विश्व पर्यावरण दिवस”का आयोजन

  • इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में  किया जाएगा “विश्व पर्यावरण दिवस 2016” का आयोजन
  • मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह करेंगे मुख्यातिथि के रूप में शिरकत
  • पर्यावरण दिवस का विषय “Go Wild for Life – Zero Tolerance for the Illegal Wildlife Trade”
  • 40 स्कूलों के करीब 700 बच्चे निकालेंगे “पर्यावरण रैली”
  • राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद् द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का किया जाएगा आयोजन
  • सभागार के प्रांगण में बच्चों द्वारा बनाई चित्रकला; (पेंटिंग) और ग्रीटिंग कार्ड की लगाई जाएगी प्रदर्शनी
  • मुख्यमंत्री करेंगे (विजेताओं) बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित
  • वन्य जीव उत्पादों में अवैध व्यापार पृथ्वी की बेश कीमती जैविक धरोहर का विघटन कर रहा है जिससे हमारी प्राकृतिक विरासत लुट रही है तथा कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर
  • प्रदेश में जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए अवैध व्यापार के प्रति शून्य सहिष्णुता समय की जरूरत
  • ताकि जैविक संसाधनों को भावी पीढ़ियों के लिए रखा जा सके सुरक्षित
कुणाल सत्यार्थी संयुक्त सदस्य सचिव, राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, हि.प्र.

कुणाल सत्यार्थी संयुक्त सदस्य सचिव, राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, हि.प्र.

शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, हि.प्र., शिमला 5 जून, 2016 को इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस 2016 का आयोजन कर रहा है। इस वर्ष के पर्यावरण दिवस का विषय “Go Wild for Life – Zero Tolerance for the Illegal Wildlife Trade” है। यह जानकारी कुणाल सत्यार्थी संयुक्त सदस्य सचिव, राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद्, हि.प्र. ने दी। उन्होंने बताया कि पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह मुख्य अतिथि होंगे। 5 जून को प्रातः 8:00 बजे शिमला शहर के 5 प्रमुख स्थानों क्रमशः छोटा शिमला, पंचायत भवन, ऑकलैण्ड हाउस, संजौली तथा चौड़ा मैदान से 40 स्कूलों के लगभग 700 बच्चे पर्यावरण रैली निकालेंगे जो अन्त में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज सभागार पहुंचकर समाप्त होगी।

संयुक्त सदस्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद् इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे Best Clean and Green School, Best Turn Out Rally, चित्रकला (कनिष्ठ एवं वरिष्ठ) Best Eco- Club, ग्रीटिंग कार्ड का आयोजन होगा। Best Turn Out Rally प्रतियोगिता का मूल्यांकन निर्णायकों द्वारा उपयुक्त स्थान पर किया जाएगा। सभागार के प्रांगण में बच्चों द्वारा बनाई गई चित्रकला; (पेंटिंग) और ग्रीटिंग कार्ड की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। मुख्य अतिथि इस अवसर पर अन्त में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करेंगे। वन्य जीव उत्पादों में अवैध व्यापार पृथ्वी की बेश कीमती जैविक धरोहर का विघटन कर रहा है जिससे हमारी प्राकृतिक विरासत लुट रही है तथा कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं। वर्षों से वन्य जीवों का अवैध अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दुनिया भर में कई जंगली प्रजातियों के अस्तित्व के लिए खतरा बन गया है। भारत में मच्छाली के बाल ;मोन्गूज हेयरद्ध सहित विविध उत्पाद शामिल हैं जैसे सांप की खाल, राइनों सींग, बाघ और तेंदुए के पंजे, हडिडयां, खाल, मूंछ, हाथी दांत, हिरण सींग, Shahtoosh शाल, कछुओं के गोले, कस्तूरी फली, भालू पित्त, औषधीय पौधों, इमारती लकड़ी और कई पक्षियों जैसे कि Parakeets, Mynas, Munias इत्यादि।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में में बढ़ती हुई विकासात्मक गतिविधियों से वन्य जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ रहा है। सर्दियों में भारी बर्फवारी और मानसून के कारण बहुत सारे क्षेत्रों में आना जाना दुष्कर हो जाता है। शिकारी इन परिस्थितियों का फायदा उठाकर भालू, बर्फानी तेंदुए, हिरण और पक्षियों की हत्या करते हैं। प्रदेश में पंजे, पित्त और तेंदुए की खाल और हिरण से कस्तूरी फली का अवैध व्यापार शिकारियों के कारण होता है। मोनाल का शिकार सुंदर कलगी जुजुराना एवं जंगली मुर्गों का मांसाहार के लिए किया जाता है। इसलिए प्रदेश में जैवविविधता को संरक्षित करने के लिए अवैध व्यापार के प्रति शून्य सहिष्णुता समय की पुकार है जिससे इन जैविक संसाधनों को भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित किया जा सके।

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