शिमला में राजदूतों का अधिकारियों के साथ परिसंवाद

  • राजदूतों के दौरे का उददेश्य राज्य में हुए विकास को देखना व उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, बागवानी जैसे क्षेत्रों में निवेश संभावनाएं चिन्हित करना
  • राजदूतों ने की पर्यटन, कृषि, बागवानी तथा उद्योग क्षेत्रों में की जाने वाली मदद के बारे में विस्तृत चर्चा
  • मौजूदा ढांचे को विकसित करने के सम्बन्ध में दिए सुझाव
  • उद्योग विभाग के निदेशक ने राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों को प्रदान किए जा रहे प्रोत्साहनों की दी जानकारी

शिमला : हिमाचल प्रदेश के तीन दिवसीय प्रवास पर आए विभिन्न देशों में तैनात भारतीय राजदूतों के एक समूह ने आज यहां राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ परिसंवाद किया। इन राजदूतों में इंग्लैंड में भारत के उच्चायुक्त नवतेज सिंह सरना, चैक गणराज्य में भारत के राजदूत किशन कुमार, नाईजर में भारत के राजदूत आर.एस. मल्होत्रा और सीरिया में भारत के राजदूत मनमोहन भनोट शामिल हैं।

राजदूतों के दौरे का उददेश्य राज्य में हुए विकास को देखना तथा इसे जानने के अतिरिक्त उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, बागवानी जैसे क्षेत्रों में निवेश संभावनाएं चिन्हित करना है, जिन्हें वे सम्बन्धित देशों में संभावित निवेशकों के समक्ष प्रस्तुत कर सकें। विदेश मामले मंत्रालय द्वारा देश के बाहरी देशों में तैनात राजदूतों को देश के राज्यों के विकास से परिचित करवाने की एक पहल है।

इस अवसर पर योजना, पर्यटन, बागवानी, बहु उददेश्यीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा तथा उद्योग विभागों के अधिकारियों ने राज्य में इन क्षेत्रों के परिदृष्य की प्रस्तुतियां दी। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं तथा इन देशों से संभावित निवेशकों को आकर्षित करने से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

राजदूतों ने उनके सम्बन्धित देशों में निवेश की संभावनाओं तथा दूतावासों द्वारा विशेषकर पर्यटन, कृषि, बागवानी तथा उद्योग क्षेत्रों में की जाने वाली मदद के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने प्रोत्साहन रणनीति तथा बेहतर नतीजों के लिए मौजूदा ढांचे को विकसित करने के सम्बन्ध में मूल्यावान सुझाव दिए।

उद्योग विभाग के निदेशक अमित कश्यप ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों को प्रदान किए जा रहे प्रोत्साहनों की जानकारी दी। योजना विभाग के सलाहकार अक्षय सूद ने विभिन्न क्षेत्रों में वित्तीय एवं विकास मानकों के बारे में अवगत करवाया।

बैठक में योजना, उद्योग, आर्थिकी एवं सांख्यिकी, ऊर्जा, कृषि, बागवानी, पर्यटन, वन, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, शहरी विकास, नगर नियोजन इत्यादि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त भारतीय उद्योग संघ (सीआईआई) और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। राजदूत अपने दौरे के दौरान 3 जून को चायल में स्थानीय किसानों तथा पर्यटन विभाग के प्रतिनिधियों से भी परिचर्चा करेंगे।

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