नई दिल्ली: भारत और जापान के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आपसी सहयोग को और ज्यादा बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं। ऐसी अनेक संयुक्त परियोजनाएं हैं, जिन पर काम पहले से ही प्रगति पर है। इसी तरह अनेक परियोजनाओं पर अभी विचार किया जा रहा है।
केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज नई दिल्ली में जापान के शिक्षा, संस्कृति, खेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री (एमईएक्सटी) हासे हिरोशी के साथ बैठक की। जापान में छह महीने पहले हुई बैठक के बाद यह बैठक आयोजित की गई।
भारत और जापान विशेष ध्यान वाले अनेक क्षेत्रों के साथ-साथ विभिन्न परियोजनाओं जैसे कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), ऊर्जा, महासागर विज्ञान एवं समुद्री इंस्ट्रूमेंटेशन, उच्च कौशल विकास, बिग डाटा के उपयोग व विश्लेषण, अनुसंधान एवं विकास और जैव सूचना के क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग करते रहे हैं। इन परियोजनाओं में दोनों देशों के विद्यार्थियों का आदान-प्रदान, भारतीय वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित करना, संयुक्त अनुसंधान कार्यक्रम एवं छात्रवृत्तियां शामिल हैं। दोनों ही देशों की सरकारें विज्ञान एवं प्रौ़द्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग को काफी अहमियत देती हैं।