आत्मनिर्भर भारत पैकेज से कृषि संबद्ध क्षेत्र को मिली नई गति : अनुराग

“वीरभद्र सरकार की राजनीति हिमाचल सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी कैम्पस में देरी के लिए है जिम्मेदार : अनुराग ठाकुर

शिमला: आज लोक सभा में शून्यकाल के दौरान हमीरपुर सांसद और भाजयुमो अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने हिमाचल सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी कैम्पस का मुद्दा उठाया। (4 मई 2016)। सदन में चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा, “अध्यक्ष महोदया, हिमाचल सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी का मुख्यालय 2010 से देहरा में निश्चित किया गया था। लेकिन राज्य सरकार राजनीति करने और इस प्रक्रिया में देरी करने की हताशापूर्ण कोशिश कर रही है। कैम्पस के छात्र अभी भी अस्थायी ठिकाने पर रह रहे हैं और अनेक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।“

सेन्ट्रल हिमाचल यूनीवर्सिटी 70 प्रतिशत कैम्पस और मुख्यालय देहरा में और 30 प्रतिशत धर्मशाला में स्थित होने के साथ अप्रैल 2010 में अधिसूचित की गई थी। जमीन की स्वीकृति केन्द्रीय वन मंत्रालय में लंबित थी। लेकिन जब 2012 में सरकार बदली तब वीरभद्र सरकार राजनैतिक कारणों से जमीन के आबंटनों के हिस्से को पलटवाने की कोशिश की। अब देहरा में वन्य स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है जबकि पर्यावरण पर भारी अनुवर्ती प्रभावों के कारण धर्मशाला की स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है जो राज्य सरकार की योजना के लिए बड़ा झटका है। स्थायी कैम्पस का मुद्दा लंबित है और हिमाचल सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी के छात्र शाहपुर में एक अस्थायी कैम्पस में रखे गए हैं।“ मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा तत्काल हस्तक्षेप किए जाने का अनुरोध करते हुए, अनुराग ने कहा, “मैं मानव संसाधन मंत्रालय से हस्तक्षेप करने और मूल अधिसूचना के अनुसार देहरा में मुख्यालय स्थापित करने का अनुरोध करता हूँ। व मंत्रालय से त्वरित कार्रवाई करने का भी अनुरोध करता हूँ कि हिमाचल में एक सेन्ट्रल यूनीवर्सिटी का सपना, जो हम सबने देखा है, जल्दी से जल्दी पूरा हो सके।“

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *