स्वास्थ्य मानकों में हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्य : कौल सिंह

  • : राज्य में आबादी के आधार पर स्वास्थ्य कवरेज देशभर में अव्वल
  • : प्रदेश में 2990 व्यक्तियों के लिये एक स्वास्थ्य उप केन्द्र, जबकि राष्ट्रीय औसत 5615 की है
  • : प्रदेश में 80208 लोगों के लिये एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उपलब्ध है जबकि राष्ट्रीय औसत 1.72 लाख लोगों की
  • : हिमाचल सरकार प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधा पर 26000 रुपये सालाना खर्च
  • : हिमाचल प्रदेश में 12391 व्यक्तियों के लिये एक चिकित्सक मौजूद
  • : प्रदेश में तीन नये मेडिकल कालेज तथा एम्स की की जा रही है स्थापना

शिमला: हिमाचल प्रदेश ने स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले सवा तीन वर्षों के दौरान अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। प्रदेश के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये स्वास्थ्य संस्थान खोलने को प्राथमिकता दी गई है और इनमें बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं। प्रदेश सरकार के इन प्रयासों के परिणामस्वरूप हिमाचल आज अनेक स्वास्थ्य मानकों में देश भर में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है।

यह बात हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आज जयपुर में राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौर के साथ उनके प्रदेश में स्वास्थ्य चिकित्सा क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त करने के उपरान्त कही। प्रदेश के कृषि मंत्री सुजान सिंह पठानिया भी बैठक में उपस्थित थे। ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाने से राज्य में आबादी के आधार पर स्वास्थ्य कवरेज देशभर में अव्वल है। प्रदेश में 2990 व्यक्तियों के लिये एक स्वास्थ्य उप केन्द्र है जबकि राष्ट्रीय औसत 5615 की है। इसी तरह 12921 लोगों के लिये एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कार्यरत है और राष्ट्रीय औसत 34641 है। प्रदेश में 80208 लोगों के लिये एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उपलब्ध है जबकि राष्ट्रीय औसत 1.72 लाख लोगों की है। हिमाचल सरकार प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधा पर 26000 रुपये सालाना खर्च कर रही है जो देशभर में सर्वाधिक है।

कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 12391 व्यक्तियों के लिये एक चिकित्सक मौजूद है। प्रदेश में तीन नये मेडिकल कालेज तथा एम्स की स्थापना की जा रही है जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र और अधिक सुदृढ़ होगा। वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य के लोगों के लिये बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित बनाने के लिये और कारगर कदम उठा रही है। राज्य में हि.प्र. सार्वभौमिकरण स्वास्थ्य संरक्षण योजना की शुरूआत की गई है जिसके अन्तर्गत उन सभी लोगों केा शामिल किया गया है जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना तथा मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य योजना का लाभ प्राप्त नहीं कर रहे हैं। प्रदेश में भारतीय मेडिकल परिषद् के दिशा-निर्देशों एवं प्रावधानों का भी प्रभावी कार्यान्वयन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी सभी योजनाओं का सही कार्यान्वयन किया जा रहा है। कौल सिंह ठाकुर ने राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग तथा मेडिकल यूनिवर्सिटी की कार्य प्रणाली का अध्ययन करने के साथ-साथ दोनों राज्यों के मंत्रियों ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा सुझाव सांझा किये।

बैठक में राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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