प्रदेश के सभी अरण्यपालों, वन मण्डलाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों वनों में आग लगने की सूचना मिलते ही उसे तुरन्त बुझाने के करे हर सम्भव प्रयास: भरमौरी
भरमौरी ने दिए वनों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए वनों के नजदीक रह रहे स्थानीय लोगों का सहयोग लेने के निर्देश
: वनों की आग पर निगरानी रखने के लिए चैबीसों घंटे वन विभाग के नियन्त्रण कक्षों में कर्मचारी आवश्यक रुप से रखा जाए तैनात
वन विभाग द्वारा आग की घटनाओं को रोकने के लिए रिमोट सैंसिंग प्रणाली लाई जा रही है प्रयोग में
शिमला: वन मन्त्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने आज यहां वनों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी अरण्यपालों, वन मण्डलाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को वनों में आग लगने की सूचना मिलते ही उसे तुरन्त बुझाने के हर सम्भव प्रयास करने के लिए कहा है। उन्होंने वनों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए वनों के नजदीक रह रहे स्थानीय लोगों का सहयोग लेने के निर्देश भी दिए हैं।
उन्होंने कहा कि वनों की आग पर निगरानी रखने के लिए चैबीसों घंटे वन विभाग के नियन्त्रण कक्षों में कर्मचारी आवश्यक रुप से तैनात रखा जाए ताकि घटना की सूचना बिना विलम्ब क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मिल सके तथा आग बुझाने के लिए समय रहते तुरन्त प्रभावी कदम उठाए जा सकें।
भरमौरी ने कहा कि वन विभाग द्वारा आग की घटनाओं को रोकने के लिए रिमोट सैंसिंग प्रणाली प्रयोग में लाई जा रही है जिसके माध्यम से फील्ड में तैनात कर्मचारियों को आग लगने की घटना की जानकारी तुरन्त एसएमएस के द्वारा भेजी जाती है। साथ ही आग पर काबू पाने के लिए विभाग द्वारा फायर लाइनें भी बनाई गईं हैं। इसके अतिरिक्त, नजदीकी गांवों में फायर वाचर नियुक्त किए गए हैं, जो आग लगने की घटनाओं की सूचना को तुरन्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भेजते हैं।
वन मंत्री ने प्रधान मुख्य अरण्यपाल व मुख्य अरण्यपाल, वन एवं अग्नि सुरक्षा को सभी वृत्तों के अरण्यापालों व वन मण्डलाधिकारियों के सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए हैं ताकि आगजनी की सूचना मिलते ही तुरन्त उचित कार्रवाई की जा सकेे। उन्होंने समस्त वन अधिकारियों को आग से सम्बन्धित व अवैध कटान की सभी सूचनाएं सीधे रुप से उन्हें देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन मामलों में यदि किसी अधिकारी की कोताही पाई जाती है तो उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी।