शिमला: सांसद हमीरपुर एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने विपरीतलिंगी सामुदाय(ट्रांसजैंडर) के हकों का मुद्दा संसद में उठाया। आज लोक सभा की कार्यवाही में गैर-सरकारी बिल पर बोलते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि विरीतलिंगी सामुदाय का अस्तित्व मानव जाति की उत्पत्ति के समय से हर संस्कृति, जाति एवं श्रेणी में रहा है। परन्तु भारत में यह समुदाय हमेशा मानसिक और यौन उत्पीड़न का शिकार रहा है और समाज में कई समस्याओं का सामना करता आ रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने इस समुदाय के हकों की वकालत करते हुए कहा कि उन्हें समाज में उनकी सहभागिता की पूर्ण स्वतन्त्रता होनी चाहिए और गरिमामई जीवन व्यतीत करने की पूर्ण स्वतन्त्रता होनी चाहिए और बिना किसी भेद-भाव की स्वायत्तता होनी चाहिए
ठाकुर ने यह भी कहा कि अगर उन्हें किसी समस्या के समाधान हेतु पुलिस या चिकित्सालय की सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो वह भी उन्हें प्राप्त नहीं होती। इस विषय के सम्बन्ध में सर्वोच्च न्यायालय ने अप्रैल, 2014 में एक ऐतिहासिक निर्णय में विपरीत लिंग समुदाय को तीसरे लिंग का दर्जा दिया था। इस निर्णय का पालन करते हुए केन्द्रीय सरकार ने कई ठोस कदम उठाए और एक विशेषयज्ञों की समिति का गठन भी किया और इस समुदाय के कल्याण हेतु कई योजनाओं की घोषणा की।
अनुराग ठाकुर ने इस चर्चा में आगे बोलते हुए कहा कि भारत के संविधान में हर नागरिक को समान अधिकार उपलब्ध करवायें हैं और सदन से अनुरोध किया कि हमें केवल राजनीतिक फायदा उठाने के लिए ही चर्चा नहीं करनी चाहिए बल्कि इस समुदाय के उत्थान के बारे सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए।