जयराम सरकार के तीन साल कार्यक्रम में पढ़ा गया नड्डा का संदेश...

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज, नाहन का निरीक्षण

शिमला: केंद्रीय स्वास्थय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज हिमाचल प्रदेश में घोषित तीन मेडिकल कॉलेज में से एक यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज,नाहन का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन लेक्चर रूम, डायसेक्शन रूम और लाइब्रेरी सहित अन्य जगहों का मुआयना किया। इससे पूर्व उन्होंने कॉलेज को बनाने वाली कंपनी HSCC के CMD द्वारा प्रोजेक्ट की डिटेल्स की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद प्रेस से वार्ता के दौरान अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश में स्वास्थय के क्षेत्र में अच्छ काम किया जा रहा है। हम प्राइमरी,सेकेंडरी और टरशरी हेल्थ केयर पर काम कर रहे है। इस प्रोजेक्ट पर HSCC द्वारा रफ़्तार से काम किया जा रहा है और मैं यहाँ यह देखने आया हू की हम इस प्रोजेक्ट लगने वाली ज़रूरतों पूरा कर पा रहे है या नहीं। हिमाचल में घोषित तीनों मेडिकल कॉलेजों में से नाहन मेडिकल कॉलेज का काम सबसे तेज़ रफ़्तार से चल रहा है। केंद्र से इस पर वित्तीय रूप से पूरा सहयोग दिया जाएगा।

उन्होंने बताया की हिमाचल देश में राज्य स्वास्थ्य आयोग बनाने वाला प्रथम राज्य है,जिसकी रिपोर्ट मुझे सौंपी गयी है। हम स्वास्थ्य क्षेत्र में अंतर-क्षेत्रीय नीति के तहत काम कर रहे है। हमने स्वास्थ्य क्षेत्र को विकसित करने के लिए तीन पहले शुरू की है। इन पहलों के अंतर्गत राज्य के हर जिले में पीपीपी मॉडल पर 900 करोड़ की लागत से डायलिसिस सुविधा उपलब्ध करना है,जिसके लिए केंद्र पैसा देगा और उपचार के लिए रेट तय करेगा। राज्य में मुफ्त जेनेरिक दवाइयों के लिए दुकाने खोलने का प्रस्ताव है एवं सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना है,जिसके अंतर्गत 8-9 करोड़ लोग कवर होंगे। सभी वरिष्ठ नागरिकों को 1 लाख का हेल्थ कवर दिया जायेगा। जिसकी भुगतान ऑनलाइन होगा। इन अभी प्रयसों से राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने बताया की वे राज्य के साथ सहयोगपूर्वक काम करना चाहते है। प्रधानमंत्री का राज्यों के साथ कोऑपरेटिव फेडरलिस्म के आधार पर काम करने प्रयास है। राज्य में पिछले एक साल में, पिछले वर्षों की एक प्रतिशत की तुलना में टीकाकरण 6 से सात फीसदी बढ़ा है। हमने मुफ्त टीकाकरण के वर्गों की संख्या 7 से बढाकर 11 कर दी है। हिमाचल ने मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत अच्छा काम किया है। राज्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पर अबतक 2000 खर्चा किया गया है। मदर एंड चाइल्ड केयर अस्प्ताल, मंडी को अनुमति प्रदान की जा चुकी है और 1000 करोड़ की लागत से हिमाचल में बनने वाला AIIMS मंजूरी के लिए कैबिनेट पास है। अंततः उन्होंने आश्वस्त किया की हिमाचल में स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रोजेक्ट्स में धन कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने सैनवाला में दस लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक केंद्र को भी मंजूरी दी।        

इस निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की कुल लागत 189 करोड़ रूपए है जिसके लिए केंद्र एवं राज्य के बीच 90:10 की वित्तीय साझेदारी के लिए मार्च 2014 में समझौता हो चूका है। इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए केंद्र से अब तक 33.53 करोड़ रूपए जारी किये जा चुके है। इस मेडिकल कॉलेज में कुल 1775 का स्टाफ है,जो वर्ष 2016-17 सत्र में अपनी100 सीटों पर MBBS प्रोग्राम आरम्भ करने जा रहा है। इसके मेडिकल कॉलेज के लिए CMO को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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