शिमला: भाजयुमो अध्यक्ष सुनील ठाकुर ने कहा कि कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता सबसे पहले शिमला की प्रबुद्ध जनता से माफी मांगे। क्योंकि पिछले चार सालों से, जो शिमला पूरे देश में अपनी सुन्दरता के लिए जाना जाता था, आज वह भयानक बीमारियों का केन्द्र बनता जा रहा है। पिछले 6 महीने से शिमला शहर पीलिया जैसी भयानक बीमारी से ग्रस्ति हैं जिसमें कई दर्जनों लोगों ने अपनी जान गवाई है। अभी गर्मी का सीजन शुरू भी नहीं हुआ है शिमला शहर में पानी के लिए हॉ-हॉकार मचा हुआ है। इतना ही नहीं प्रदेश की राजधानी में अवारा कुतों और बन्दरों का आंतक इतना बढ़ गया है कि छोटे बच्चे, लड़कियां तथा वरिष्ठ नागरिको का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। टिकेन्द्र पंवर बताएं इसके लिए आप जिम्मेदार है की नहीं ? क्योंकि शहर में हर महीने सैंकड़ों लोग आवारा कुतों और बन्दरों के शिकार बन रहे हैं जिसकी जिम्मेवारी नगर निगम शिमला की है साथ ही पूरे शहर में गन्दगी का आलम है, जिससे प्रदेश की राजधानी बीमारियों को घर बन गई है, परन्तु नगर निगम के महापौर अपनी ओछी राजनीति चमकाने के लिए राज्यपाल पर कीछड़ उछालने राजनीति कर रहे हैं।
भाजयुमो अध्यक्ष सुनील ठाकुर ने कहा कि पूरे देश से शहर में पहुचने वाले सैकड़ों पर्यटकों को पार्किंग में पूरी तरह से लूटा जा रहा है उसका जिम्मेवार कौन है? पार्किंग के नाम पर पर्यटकों से मनमाने ढंग से एक-दो घण्टें 100 रू0 से लेकर 1000 रू. तक लिए जा रहे हैं तब क्या टिकेन्द्र पंवर का धर्म क्या कहता है? भाजयुमो अध्यक्ष ने कहा कि कम्यूनिस्ट शिमला शहर को स्वच्छ पानी पहुॅचाने के साथ शहर को स्वच्छ बनाने के लिए अपने धर्म का प्रयोग करें ताकि शिमला शहरवासियों का भला हो सके। जहां तक राज्यपाल द्वारा यज्ञ करने की बात है वो भारतीय संस्कृति की पह्चान है और उस पर ओछी राजनीति कर देवभूमि के लाखों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ है, जिसकी भाजयुमो कड़ी निन्दा करता है।