राज्यपाल को दी आयोग में की गई नई पहल की जानकारी

शिमला: राज्यपाल आचार्य देवव्रत से आज यहां राजभवन में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के.एस. तोमर ने भेंट की। उन्होंने राज्यपाल को आयोग द्वारा नवीन सुधारों एवं पहल के दस्तावेज सौंपे। आयोग के अध्यक्ष ने राज्यपाल को आयोग की कार्यशैली में किये गये सुधारों की जानकारी भी दी।

राज्यपाल ने महत्वपूर्ण सुधारों एवं पहल विशेषकर साक्षात्कार के लिये विषयों (हिन्दी व अंग्रेजी) का विकल्प प्रदान करना, केन्द्रीय लोक सेवा आयोग की तर्ज पर राज्य प्रशासनिक सेवाएं परीक्षा में नए पैटर्न को अपनाना व इस परीक्षा के विभिन्न विषयों के लिये पाठ्यक्रम को नई रुपरेखा देना, टॉल-फ्री हेल्पलाईन नम्बर तथा उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिये बार कोडिड ऑप्टिकल मार्क रीडर प्रणाली शरू करने के लिये आयोग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आशा जताई कि ये कदम आयोग को सुदृढ़ करने की दिशा में कारगर सिद्ध होंगे तथा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं के लिये तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सुविधा मिलेगी।

राज्यपाल ने आयोग की इस पहल को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया तथा आशा जताई कि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिये वैकल्पिक विषय प्रदान करने जैसे कदम काफी मददगार साबित होंगे। तोमर ने राज्यपाल को जानकारी देते हुए कहा कि आयोग ने एच.ए.एस. की लिखित परीक्षा में आई.ए.एस. पैटर्न लागू करने का निर्णय लिया है जो एक क्रान्तिकारी कदम साबित होगा। इससे न केवल प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि उम्मीदवारों के प्रयास भी सार्थक होंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली को लागू करने का उद्देश्य अलग-अलग परिपेक्ष्य एवं पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करवाना है। उन्होंने कहा कि 300 नम्बरों के एक वैकल्पिक विषय को समाप्त किया गया है जो सिविल सेवाएं भी भी किया गया था और अब 200 नम्बरों का केवल एक वैकल्पिक विषय होगा तथा जिससे सभी उम्मीदवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि अभिक्षमता परीक्षा (एप्टिट्यूड टेस्ट) प्रारम्भिक परीक्षा में केवल क्वालिर्फाइंग होगा और हिमाचल का ज्ञान सामान्य ज्ञान के सभी तीन पेपरों का हिस्सा होगा, जो हिमाचल के उम्मीदवारों के लिये लाभकारी होगा।

उन्होंने कहा कि हिन्दी अथवा अंग्रेजी में साक्षात्कार देने का विकल्प एक नई पहल है जो ग्रामीण परिवेश के उम्मीदवारों, जिन्हें अंग्रेजी में कठिनाई आती है, के लिये बड़ा मददगार होगा। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार 80 से 90 प्रतिशत उम्मीदवार साक्षात्कार के लिये हिन्दी माध्यम को चुनते हैं जिसके परिणामस्वरुप एच.ए.एस., एच.पी.जे.एस. इत्यादि में ग्रामीण परिपेक्ष्य के उम्मीदवारों के चयन में वृद्धि हुई है।

अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एचएएस, एचजेएस, एसएएस, एसीएफ इत्यादि पुरानी परीक्षा पद्धति प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं दक्षता लाने के लिए बार कोडेड ऑपटिकल मार्क रीडर आउटर शीट को आरम्भ किया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को ऑनलाईन आवेदन फार्म भरने में आ रही कठिनाइयों से निजात दिलाने के लिए टोल फ्री हेल्प लाईन आरम्भ की गई है। पूर्व में आवेदन पत्रों में छोटी-छोटी गलतियों के कारण इसके रद्द होने का डर बना रहता था। उन्होंने कहा कि इस कदम से आवेदन पत्रों के रद्द होने की दर में कमी आई है तथा ऑनलाईन आवेदन में कमियों अथवा त्रुटियों को दूर करवाने के लिए प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक विशेषज्ञ उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा कि टोल फ्री हेल्प लाईन पर अभी तक इस प्रकार की 56601 कॉलें प्राप्त हुई हैं और उम्मीदवारों की सहायता के लिए इस प्रकार का एक अन्य नम्बर 0177-2629738 भी स्थापित किया गया है।

तोमर ने कहा कि राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों की संचालन समिति के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के उपरांत वह उपयुक्त स्तर पर लम्बित मामलों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए अन्य सदस्यों के साथ समन्वय करेंगे। उन्होंने कहा कि वह विभिन्न मुद्दों के सम्बन्ध में भारत के राष्ट्रपति, केन्द्रीय कानून मंत्री और कार्मिैक एवं प्रशिक्षण विभाग के केन्द्रीय राज्य मंत्री से भी मिल चुके हैं।

 

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