सिरमौर में पेयजल समस्या वाले क्षेत्रो में टैंकरों के माध्यम से होगी जलापूर्ति
शिमला: मुख्य संसदीय सचिव लोक निर्माण, विनय कुमार ने कहा है कि सिरमौर जिला में वर्तमान में पेयजल की इतनी गम्भीर समस्या नहीं है, और न ही जिला से किसी भी परिवार द्वारा पेयजल समस्या के कारण पलायन किया गया है। मुख्य संसदीय सचिव आज यहां उपायुक्त कार्यालय में सिरमौर जिला में पेयजल समस्या को लेकर अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होने कहा कि सर्दी के मौसम में बहुत कम वर्षा होने के कारण जिला में जलस्तर में कमी आनी शुरू हो गई है, परन्तु जिला में पानी को लेकर पलायन करने जैसी स्थिति नहीं है। उन्होने कहा कि जिला की पंचायत पालियों के गांव गुमटी, क्यारी इत्यादि में कुछ गुज्जर परिवार रहते है जोकि हर वर्ष अपने मवेशियों को लेकर रोपड़ इत्यादि क्षेत्र की ओर चले जाते है।
उन्होने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जो हैंडपंप सूख गए हैं उन्हें पुनः चालू करने के लिए प्रभावी कदम तुरन्त उठाए जाऐं और जिन क्षेत्रों मे पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है ऐसे क्षेत्रो में नए हैंड पंप स्थापित करने के अतिरिक्त टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ।
सिरमौर जिला में पेयजल और सिंचाई योजनाओं बारे जानकारी देते हुए सीपीएस ने बताया कि जिला में 854 पेयजल योजनाओं के माध्यम से लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है जिसमें 603 ग्रेवीटी, 228 उठाऊ और 23 नलकूप शामिल है । इसके अतिरिक्त जिला में सिंचाई की 191 योजनाएं कार्यरत हैं जिसमें 60 उठाऊ सिंचाई योजनाएं, 111 ग्रेवीटी व 20 नलकूप के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया ने बताया कि जिला में पेयजल समस्या वाले क्षेत्रों की पहचान के लिए आईपीएच तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से सर्वेक्षण करवाया जा रहा है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होनें कहा कि जिला से किसी भी परिवार ने पीने का पानी न होने के कारण कोई पलायन नहीं किया है। उन्होने कहा कि गर्मी बढ़ने के कारण जल स्त्रोत अवश्य सूखने लगे है, परन्तु सूखे से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सभी आवश्यक प्रबन्ध किए गए है। उन्होने विभाग को टैंकर लगाने के लिए शीघ्र टैंडर करने के निर्देश दी ।
उन्होने कहा कि नाहन शहर में उपलब्ध पेयजल के समान मात्रा में आबंटन के लिए आईपीएच विभाग को निर्देश दिए गए है । उन्होने जानकारी दी कि नाहन शहर के लिए आपूर्ति करने वाली उठाऊ खैरी-बोगरिया घाट योजना की आवश्यक मुरम्मत और पाईप बदलने के लिए सवा चार करोड़ की राशि स्वीकृत करके टैंडर भी करवा दिए गए है तथा इस योजना की मुरम्मत का कार्य भी शीघ्र आरंभ होने जा रहा है।