अगले दो वर्षों में सरकारी क्षेत्र में देंगे 25 हज़ार रोज़गारः वीरभद्र सिंह

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की बिलासपुर जिला के घुमारवीं में 69वें हिमाचल दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता

स्वारघाट और झंडूता को एसडीएम कार्यालयों की सौगात

बिलासपुर ज़िला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्थापित होंगे 100 हैंड पम्प

स्वारघाट और झंडूता को एसडीएम कार्यालयों की सौगात

स्वारघाट और झंडूता को एसडीएम कार्यालयों की सौगात

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले तीन वर्षों में सरकारी व निजी क्षेत्र में 60 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया है जिनमें 27 हजार से अधिक रोजगार अकेले सरकारी क्षेत्र में ही शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी दो वर्षों के दौरान सरकारी क्षेत्र में 25 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है।

मुख्यमंत्री आज बिलासपुर जिला के घुमारवीं में 69वें हिमाचल दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा सेना, गृह रक्षकों, एनसीसी और विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सजामी ली। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सत्ता संभालने के बाद युवाओं को सरकारी तथा गैर सरकारी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कौशल को बढ़ावा देने पर बल दिया है। उच्च शिक्षा क्षेत्र में 3237 नियुक्तियों के अतिरिक्त 4527 पदोन्नतियां जबकि प्रारम्भिक शिक्षा विभाग में 5000 से अधिक नियुक्तियां की गईं हैं। उन्होंने कहा कि 3355 पद नए सृजित व स्तरोन्नत शिक्षण संस्थानों के लिए सृजित किए गए और नए स्वीकृत मैडिकल कालेजों के लिए 1775 पद सृजित किए गए। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों, विशेषज्ञ डाक्टर भी शामिल हैं, के 2458 पद भरने के अतिरिक्त 7503 आशा वर्करों की नियुक्तियां की गईं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में 1300 से अधिक नियुक्तियां की गईं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत सामान्य श्रेणी के बीपीएल परिवारों को गृह निर्माण के लिए 75 हजार रुपये का अनुदान प्रदान कर रही है जिसके लिए 25 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। सामाजिक सुरक्षा पैंशन को 450 रुपये प्रतिमाह से 650 रुपये प्रतिमाह किया है और गत तीन वर्षों के दौरान 57000 नए पैंशन के मामले स्वीकृत किए हैं। 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों व 45 वर्ष से कम आयु की संतान वाली युवा विधवाओं की पैंशन को बढ़ाकर 1200 रुपये प्रतिमाह किया गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत दी जानी वाली राशि को 21000 से बढ़ाकर 40000 रुपये किया गया है और एचआरटीसी बसों में महिलाओं को किराए पर 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है। खाद्य सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए राजीव गांधी अन्न योजना आरम्भ की गई है, जिसके अन्तर्गत 37 लाख पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सभी बीपीएल परिवारों को 35 किलोग्राम राशन प्रदान की जा रहा है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि पेयजल आपूर्ति योजनाओं पर 763 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। ग्रामीण जल आपूर्ति योजना के अन्तर्गत 6949 अतिरिक्त बस्तियों को पेयजल आपूर्ति के अन्तर्गत लाया गया है और पेयजल कमी वाले स्थानों पर 4890 हैंडपम्प स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में स्थापित होने वाले एम्स से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होगी और प्रदेश सरकार ने मण्डी जिला के नेरचौक में ईएसआईसी अस्पताल एवं मैडिकल कालेज को अपने अधीन लेने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिहाड़ीदारों की मजदूरी को 150 रुपये से 200 रुपये बढ़ाया गया है। इसके अतिरिक्त 7 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके दिहाड़ीदारों तथा 5 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके अनुबन्ध कर्मियों को नियमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन अशंकालिक कर्मियों ने 31 मार्च, 2016 तक 8 साल का सेवाकाल पूरा कर लिया है, को दिहाड़ीदार बनाने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है।

  • घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने बिलासपुर जिला के झण्डूता तथा स्वारघाट में एस.डी.एम. कार्यालय खोलने और जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100-100 हैंडपम्प स्थापित करने की घोषणा की।

उन्होनें ग्राम पंचायत बकरोआ के पेहड़वीं, ग्राम पंचायत कोट के कंजयाण तथा ग्राम पंचायत डंगार के चोखणा में स्वास्थ्य उप-केन्द्र, लेहड़ीसरेल, बडडू (साहनी) में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हटवाड़ को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भराड़ी में 108 एम्बुलैंस सेवा आरम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय डिग्री कालेज झण्डूता, घुमारवीं तथा जुखाला में स्नातकोत्तर की विज्ञान व वाणिज्य कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की।

वीरभद्र सिंह ने राजकीय उच्च पाठशाला थुराण तथा छंदोह को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला और माध्यमिक पाठशाला थनड़ोरा, मुंडखर और अन्दरोली को उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने पनौल, देहरा (हटवाड़) और बल्लू-खरियाला प्राथमिक पाठशालाओं को माध्यमिक पाठशाला तथा ग्राम पंचायत कोठी के काशी में प्राथमिक पाठशाला खोलने तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करलोटी में विज्ञान व वाणिज्य कक्षाएं आरम्भ करने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने घुमारवीं में इण्डोर स्टेडियम के निर्माण और नगर परिषद घुमारवीं के सभी वार्डों में चिल्ड्रन पार्क आरम्भ करने की भी घोषणा की। उन्होंने ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं को जिला स्तरीय उत्सव घोषित करने और भराड़ी में उद्यान एवं कृषि विकास अधिकारियों के कार्यालय खोलने की घोषणाएं की। उन्होंने चुवाड़ी, मलोट और रच्छेड़ा में पशु औषधालय तथा दधोल तथा कुपवाड़ा पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि जहां तक बिलासपुर जिले का संबंध है, जिले की 1136 बस्तियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत 40 से अधिक गांवों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 406.50 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है। ‘बेटी है अनमोल’ योजना के अन्तर्गत गरीब परिवारों से संबंधित 4112 से अधिक लड़कियों को 1.10 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि लुहणु मैदान में सिंथैटिक ट्रैक के निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले के 338 गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया है और घुमारवीं स्थित बस अड्डे के जीर्णोद्धार पर 45 लाख रुपये व्यय किए जा रहे हैं। फोरलेन किरतपुर-नेरचौक एक्सप्रैस उच्च मार्ग पर 1818 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। इसके बन जाने से चण्डीगढ़ तथा बिलासपुर के बीच दूरी में कमी आने के अतिरिक्त ट्रैफिक जाम से भी निजात मिलेगी।

उन्होंने इस अवसर पर मण्डी के उपायुक्त संदीप कदम को नागरिक सेवा पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार मण्डी जिला के 10 विकास खण्डों में महिला मण्डलों के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन आरम्भ कर मण्डी जिला प्रशासन को मिला है।

मुख्यमंत्री ने डा. नलिनी बिभा नाजली को साहित्य के लिए, टोग चन्द को पर्यावरण संरक्षण तथा हिमाचल प्रदेश सचिवालय के अधीक्षक जीत राम को एथेलेटिक्स के लिए प्रेरणा स्त्रोत पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने प्रो. सोमदत्त बट्टू को संगीत क्षेत्र के लिए हिमाचल गौरव पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के डा. पकंज सूद, डा. पी.के. मैहता और डा. सी.एस. प्रभाकर को वर्ष 2014-15 के लिए राज्य नवोन्मेष पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने गैर सरकारी संस्था ‘साथी’ को कम लागत के वायो सेंड फिल्टर विकसित करने के लिए पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने एन.आई.टी. हमीरपुर के डा. हेमन्त कुमार विनायक को नवोन्मेष पुरस्कार भी प्रदान किया।

वीरभद्र सिंह ‘मुस्कान’ अभियान के तहत शिशु को बचाने में सफलता हासिल करने के लिए बिलासपुर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं जिनमें आंगनबाड़ी केन्द्र जेजवीं (झण्डूता) की निर्मला, आंगनबाड़ी केन्द्र डाहड की मीना कुमारी, आंगनबाड़ी छत्त (झण्डूता) की सरिता देवी, आंगनबाड़ी केन्द्र भ्याणुपीर (घुमारवीं) की सीमा देवी, आंगनबाड़ी केन्द्र जंगल-सुंगल (सदर) की तृप्ता देवी को पुरस्कार प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागियों के अतिरिक्त मार्च पास्ट व टुकड़ी कमांडर को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

 

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