ऊर्जा सक्षम बल्बों के बाद सरकार ने किसानों के लिए स्मार्ट पम्प और ऊर्जा सक्षम पंखे देने का राष्ट्रीय कार्यक्रम किया लांच
ईईएसएल आंध्र प्रदेश में किसानों को नि:शुल्क स्मार्ट सिम वाले दो लाख कृषि पम्प सेट बांटेगा
नई दिल्ली : देश को ऊर्जा सक्षम बनाने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ते हुए आज केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम पंखा कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में लांच किया। कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू द्वारा ऊर्जा सक्षम बिजली पर दो दिन की अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के दौरान लांच किया गया। दोनों योजनाएं विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों के संयुक्त उद्यम एनर्जी इफिसिएन्ट सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) द्वारा लागू की जाएंगी।
राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प कार्यक्रम के अंतर्गत किसान नि:शुल्क अपने अक्षम और बेकर पम्पों को बीईई स्टार रेटिंग वाले ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प सेटों से बदल सकते हैं। इन पम्पों में स्मार्ट कंट्रोल पैनल होगा और एक सिम कार्ड होगा। किसान अपने मोबाइल फोन से रिमोर्ट कंट्रोल रूप में पम्प को चालू और बंद कर सकते हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ईईएसएल 200,000 बीईई स्टार रेटिंग वाले पम्प सेट किसानों को वितरित करेगी। इससे 2019 तक 30 प्रतिशत ऊर्जा की बचत होगी और इसका परिणाम यह होगा कि कृषि सब्सिडी में अनुमानत: 20 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी और प्रत्येक वर्ष 50 बिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी।
राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प कार्यक्रम की विशेषताएं |
बीईई स्टार रेटिंग वाले ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प सेट किसानों को नि:शुल्क बांटे जाएंगे। |
इन पम्पों में स्मार्ट कंट्रोल पैनल होगा और एक सिम कार्ड और स्मार्ट मीटर होगा। |
किसान अपने मोबाइल फोन से रिमोर्ट कंट्रोल रूप में पम्प को चालू और बंद कर सकते हैं। |
स्मार्ट मीटर से रियल टाइम आधार पर किसान इस्तेमाल की जा रही बिजली की निगरानी कर सकते हैं।. |
इस कार्यक्रम के अंतर्गत ईईएसएल 200,000 बीईई स्टार रेटिंग वाले पम्प सेट किसानों को वितरित करेगी। इससे 2019 तक 30 प्रतिशत ऊर्जा की बचत होगी। परिणाम स्वरूप कृषि सब्सिडी पर अनुमानत: 20 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी और प्रत्येक वर्ष 50 बिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। |
राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम पंखा कार्यक्रम के अंतर्गत 50 वाट के बीईई पांच स्टार रेटिंग वाले छत के पंखे बांटे जाएंगे। इससे बिजली बिल में प्रति वर्ष 700 से 730 रुपये की कमी आएगी। इसलिए इन पंखों की लागत उगाही में दो वर्ष से कम का समय लगेगा। ये पंखे परम्परागत 75-80 वाट वाले पंखों से 30 प्रतिशत अधिक ऊर्जा बचाएंगे। अभी प्रत्येक उपभोक्ता को दो ऊर्जा सक्षम पंखे 60 रुपये ईएमआई आधार पर दिए जाएंगे। ईएमआई की राशि को दो वर्षों के लिए उपभोक्ता के बिजली बिल में जोड़ा जाएगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए उपभोक्ता को अब अपना नया बिजली बिल और आवासीय प्रमाण की प्रति के साथ वितरण केन्द्र पर जाना होगा। उपभोक्ता 1250 रुपये का नकद भुगतान करके भी पंखा खरीद सकते हैं।
राष्ट्रीय ऊर्जा सक्षम पंखा कार्यक्रम की विशेषताएं |
ऊर्जा सक्षम, 50 वाट तथा पांच स्टार रेटिंग के छत के पंखे |
ये पंखे परम्परागत 75-80 वाट वाले पंखों से 30 प्रतिशत अधिक ऊर्जा बचाएंगे। |
पंखे प्रमुख कंपनियों से लिए जा रहे हैं। |
अभी प्रत्येक उपभोक्ता को दो ऊर्जा सक्षम पंखे 60 रुपये ईएमआई आधार पर दिए जाएंगे। |
इस योजना का लाभ उठाने के लिए उपभोक्ता को अब अपना नया बिजली बिल और आवासीय प्रमाण की प्रति के साथ वितरण केन्द्र पर जाना होगा। |
उपभोक्ता 1250 रुपये का नकद भुगतान करके भी पंखा खरीद सकते हैं। |
इससे बिजली बिल में प्रति वर्ष 700 से 730 रुपये की कमी आएगी। इन पंखों की लागत उगाही में दो वर्ष से कम का समय लगेगा। |
इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने लोगों से कहा कि वे ऊर्जा बचाने की अपनी जिम्मेदारी को महसूस करें। देश बड़ी ऊर्जा चुनौती का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश ऊर्जा बचाने के लिए नये-नये विचारों के साथ आगे बढ़ रहा है। नायडू ने कहा कि पिछले वर्ष विशाखापत्तनम में हुदहुद तूफान आने के बाद सरकार ने वहां के सभी बल्बों को एलईडी बल्ब में बदल दिया और इस तरह 21000 मेगावाट बिजली बचाई गई और राज्य के खजाने में भी बचत हुई।
उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड के कामकाज में सुधार लाने के वह अग्रदूत रहे हैं। नायडू ने कहा कि ‘आंध्र प्रदेश उजाला योजना के अंतर्गत 1.8 करोड़ एलईडी बल्ब लगाने वाला देश का पहला राज्य है। इससे राज्य सरकार को रोजाना 2.6 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलती है। आंध्र प्रदेश ऊर्जा सक्षम कार्यक्रमों को अपनाने में हमेशा आगे रहा है। उजाला की सफलता में योगदान के लिए हम अब ऊर्जा सक्षम पंखा कार्यक्रम और ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प कार्यक्रम लागू करेंगे। इससे हमारी पीक अवधि की मांग के प्रबंधन में मदद मिलेगी और राज्य ऊर्जा सक्षम बनेगा।’
इससे पहले चन्द्रबाबू नायडू ने रिमोर्ट कंट्रोल के जरिए ऊर्जा सक्षम पंखे का अनावरण किया और विजयवाड़ा से 150 किलोमीटर दूर राजामुंदरी में लगाए गए ऊर्जा सक्षम कृषि पम्प को बटन दबाकर चालू किया। नायडू ने समारोह में उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब और पंखे भी दिए।
आंध्र प्रदेश के प्रधान ऊर्जा सचिव अजय जैन ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में विश्व बैंक समूह के डॉ. अशोक सरकार, राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण केन्द्र के उप महानिदेशक जिंग ग्युयांगजू, टेरी के महानिदेशक अजय माथुर, ईईएसएल के अध्यक्ष राजीव शर्मा तथा ईईएसएल के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार भी मौजूद थे। सम्मेलन में 15 देशों तथा राज्य सरकारों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।