हिमाचल: सत्ती बने छठे वित्त आयोग के अध्यक्ष

मुख्यमंत्री विजिलैंस को कठपुतली बनाकर बदले की भावना से कर रहे हैं कार्यवाही : सत्ती

शिमला: नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल को विजिलैंस द्वारा नोटिस दिए जाने को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने अनैतिक, गैरकानूनी व द्वेषात्मक कार्यवाही करार देते हुए कहा कि अपने व परिवार के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह विजिलैंस को कठपुतली बनाकर बदले की भावना से कार्यवाही कर रहे हैं परन्तु इस कार्यरतापूर्ण कार्यवाही से उनके स्वयं के गुनाह कम नहीं होगें। अवैध ढंग से अर्जित की गई सम्पति के मामले में ई.डी. और सी.बी.आई. के शिकंजे में फॅंस चुके वीरभद्र सिंह की नेता प्रतिपक्ष को बदनाम करने की यह अंतिम साजिश है जिसमें वह कतई सफल नहीं होगें।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह प्रदेश को रजवाड़ाशाही की तर्ज पर चला रहे हैं। वह चाहते हैं कि उनके भ्रष्ट कृत्यों पर कानून आंखे मूंद ले और विरोधियों को झूठे केसों पर फॅंसाने के लिए पुलिस विभाग षडयन्त्र रच कर गैर कानूनी कार्यवाही करे। पुलिस अधिकारियों को भी समझना होगा कि अकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबे एक व्यक्ति के गलत आदेशों का पालन से जनता में केवल कानून का सम्मान कम होगा।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कभी भ्रष्टाचार के प्रति कठोर रूख अपनाने वाली कांग्रेस नेतृत्व आज किस कदर गिर चुका है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1983 में तत्कालीन मुख्यमंत्री राम लाल ठाकुर के पुत्र 8 लाख रू. के अवैध कटान के आरोपी होने पर इंदिरा गांधी के कठोर रूख के कारण राम लाल ठाकुर को त्यागपत्र देना पड़ा था, परन्तु अब जब मुख्यमंत्री वीरभद्र स्वयं करोड़ों रू. की अवैध सम्पति अर्जित करने व उनके पुत्र द्वारा 8 करोड़ रू. से फलैट अवैध ढंग से अर्जित करने के आरोपी है तो कोई भी कार्यवाहीं नहीं हो रही है। कभी 8 लाख के आरोप पर निर्णय लेने वाली कांग्रेस पार्टी आज इतनी पंगु हो चुकी है कि स्पष्ट सबूतों के पश्चात भी वीरभद्र सिंह के ऊपर कोई कार्यवाहीं केवल इस लिए नहीं की जा रही है क्योंकि उनका शीर्ष नेतृत्व भी करोड़ों रू. के घपलों में कोर्ट द्वारा जमानत पर है।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *