- मुख्यमंत्री ने की चंडीगढ़ में एचपीएसयू के वार्षिक समारेाह की अध्यक्षता
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के लोगों और विद्यार्थियों के लिए गौरव की बात है कि चंडीगढ़ में अध्ययनरत प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने अपनी परम्पराओं एवं संस्कृति को बचाकर रखा है और शैक्षिक एवं अन्य गतिविधियों के साथ-साथ उत्साहपूर्वक इसका प्रचार-प्रसार किया है। मुख्यमंत्री आज पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के सभागार में हिमाचल प्रदेश छात्र संगठन (एचपीएसयू) की 11वीं वार्षिक सांस्कृतिक संध्या एवं पुरस्कार वितरण समारोह- ‘एक शाम हिमाचल के नाम’ की अध्यक्षता कर रहे थे।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह विपक्ष की चाल में आने वाले नहीं हैं, जो राज्य में कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी भाजपा नेता अपने इस स्वार्थपूर्ण उद्देश्य में सफल नहीं हो सकता। उनकी लोकप्रियता से घबराकर हिमाचल में उनके राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वी कुछ केन्द्रीय नेताओं के साथ मिलकर षड़यंत्र रच रहे हैं, लेकिन उन्हें पीठ पीछे हमला करने के बजाय सामने आकर लड़ाई लड़नी चाहिए। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके विरूद्ध कितना षड़यंत्र रचा जा रहा है क्योंकि अंत में हमेशा की भांति सच्चाई की ही जीत होगी।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को आपसी स्नेह एवं भाईचारे की भावना बढ़ाने का संदेश देते हुए कहा कि उन्हें प्रत्येक स्थिति का सच्चाई एवं ईमानदारी के साथ सामना करना चाहिए और अपने आप एवं देश के प्रति समर्पण भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने एचपीएसयू को अपनी ऐच्छिक निधि से 3.50 लाख रुपये की घोषणा की और आश्वासन दिलाया कि सरकार पंजाब विश्वविद्यालय से अधिकारिक तौर पर कोई मांग आने पर हिमाचल सरकार छात्रावास के निर्माण पर गौर करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विविध संस्कृति का खजाना है और यहां की परम्पराएं भी अनूठीं हैं। प्रदेश के लोगों की अपने देवी-देवताओं में अपार श्रद्धा है और यह खुशी की बात है कि हमारी युवा पीढ़ी राज्य की सांस्कृतिक विरासत को आगे ले जाने का कार्य कर रही है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य ने सभी क्षेत्रों में प्रगति की है और हिमाचल देश का सर्वाधिक विकसित पहाड़ी राज्य है। आज प्रदेश में 94 महाविद्यालय युवाओं विशेषकर लड़कियों की गुणात्मक शिक्षा आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य, सड़क तथा सामाजिक कल्याण क्षेत्रों में हासिल उपलबिधयों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का शैक्षणिक हब बन कर उभर रहा है। राष्ट्रवाद पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि हमारा अस्तित्व अपने देश की वजह से है और विद्यार्थियों को असामाजिक तत्वों से सावधान रहना चाहिए क्यांेकि वे कभी भी देश के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते।