नई दिल्ली: दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत पिछले सप्ताह (21 से 27 मार्च, 2016) के दौरान देश के 196 गांवों में विद्युतिकरण किया गया। इनमें से 75 गांव असम में, 22 अरुणाचल प्रदेश, 22 बिहार, 20 छत्तीसगढ़, 16 ओडिशा, 16 झारखंड़, 11 उत्तर प्रदेश, 9 मध्य प्रदेश, 4 मणिपुर और 1 राजस्थान में है। विद्युतिकरण प्रक्रिया की प्रगति की जानकारी इस लिंक http://garv.gov.in/dashboard से प्राप्त कर सकते हैं।
http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2016/mar/i201632801.JPG
- विद्युतिकरण प्रक्रिया की ताजा स्थिती
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र को दिये सम्बोधन पर अमल करते हुये भारत सरकार ने 1000 दिन के भीतर यानि 01 मई 2016 तक शेष 18,452 गैर-विद्युतिकृत गांवों में विद्युतिकरण करने का फैसला किया है। इस परियोजना को अभियान के रूप में शुरू किया गया है और विद्युतिकरण के कार्यान्वयन का कार्य 12 महिने में पूर्ण किया जायेगा। इसके लिये गांवों की विद्युतिकरण प्रक्रियाओं को निश्चित समयावधि के लिये निगरानी के साथ 12 स्तरों पर विभाजित किया गया है।
2015-16 के दौरान अब तक 7012 गांवों में विद्युतिकरण किया गया है। शेष 11440 गांवों में से 7843 गांवों में ग्रिड के जरिये जबकि भौगोलिक बाधाओं के कारण 3148 गांवों में ऑफ ग्रिड के जरिये विद्युतिकरण किया जायेगा और 449 गांवों में विद्युतिकरण स्वयं राज्य सरकार करेगी। अप्रैल 2015 से 14 अगस्त 2016 के दौरान कुल 1654 गांवों में विद्युतिकरण किया गया और भारत सरकार द्वारा इसे अभियान के तौर पर लेने के बाद 15 अगस्त 2015 से 27 मार्च 2016 तक अतिरिक्त 5358 गांवों में विद्युतिकरण किया गया है। इस प्रक्रिया में अधिक तेजी लाने के लिये ग्राम विद्युत अभियंता (जीवीए) के मार्फत निगरानी की जा रही है। इसके अलावा आरपीएम बैठक के दौरान मासिक प्रगति समीक्षा और विद्युतिकरण के कार्य में देरी वाले गांवों की पहचान जैसी कार्रवाईयां भी नियमित रूप से की जा रही हैं।