मुख्यमंत्री ने की साहित्य, कला तथा शिखर सम्मान पुरस्कार राशि बढ़ाने की घोषणा

  •   प्रदेश में 12 अप्रैल को मनाई जाएगी मनोहर जयन्ती  

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां हिमाचल प्रदेश कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी की शासी निकाय की 29वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए ‘साहित्य पुरस्कार’ एवं ‘कला सम्मान’ पुरस्कारों की राशि को बढ़ाकर 51000 रुपये तथा ‘शिखर सम्मान’ की वर्तमान में 51000 रुपये की पुरस्कार राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये करने की घोषणाएं की।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वर्ष 2012 और वर्ष 2015 के लिए ‘साहित्य पुरस्कार’ तथा वर्ष 2015 के लिए ‘कला सम्मान’ शीघ्र प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, प्रदेश के अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भारतीय थियेटर अभिनेता एवं निदेशक मनोहर सिंह की स्मृति में 12 अप्रैल को मनोहर जयन्ती मनाने का भी बैठक में निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध लोक गायक काकु राम के नाम पर ‘स्मृति समारोह’ तथा इसी तरह के अन्य समारोह आयोजित करने का भी सुझाव दिया। वीरभद्र सिंह ने सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग को भाषा, कला एवं संस्कृति अकादमी के साथ मिलकर प्रदेश के प्रसिद्ध लोक गायकों, लोक कलाकारों, साहित्यकारों, पहाड़ी चित्रकारों और लेखकों की हस्तलिपियों, पाण्डुलिपियों को कलमबद्ध करने तथा ऑडियों-वीडियो को तैयार करके इन्हें यू-ट्यूब पर अपलोड करने के निर्देश दिये ताकि विश्व के किसी भी हिस्से में लोग प्रदेश की समृद्ध संस्कृति, इतिहास, कला व रीति-रिवाजों के बारे में जानकारी हासिल कर सके।

मुख्यमंत्री ने ‘वुड-डेल-हॉल’ का उपयोग अकादमी के पुस्तकालय के लिये करने हेतु इसका पुनरूद्वार एवं पुनःनिर्माण करने के लिये सम्बन्धित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किये। वर्तमान में यह पुस्तकालय एक निजी भवन में चल रहा है। वीरभद्र सिंह ने शिक्षा विभाग को अकादमी द्वारा प्रकाशित अनुसंधान पत्रिका ‘सोमसी’ की कम से कम 500 प्रतियां खरीदने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के पुस्तकालयों के लिये इन पुस्तकों की अधिक संख्या में प्रतियां वितरित करने की आवश्यकता है।

बैठक में अकादमी के कार्यों को सुव्यवस्थित करने तथा अकादमी की सेवाएं एवं वित्तीय मामलों को देखने के लिये एक सेवा समिति के गठन का निर्णय लिया गया। बैठक में अकादमी की गतिविधियों को बढ़ाने तथा अकादमी के कर्मचारियों की सेवा निवृति आयु 62 वर्ष करने का भी निर्णय लिया गया। इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश कला, भाषा एवं संस्कृति अकादमी के सचिव अशोक हंस और उपाध्यक्ष डा. प्रेम शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा अकादमी की गतिविधियों की जानकारी दी।

 

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *