- जे.पी. नड्डा ने अलप्पूजा मेडिकल कॉलेज में नये विशेष सुविधायुक्त ब्लॉक की रखी आधारशिला
नई दिल्ली : सरकार देश में चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के प्रति वचनबद्ध है और सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं के साथ अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों के क्षेत्रीय विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी.नड्डा ने आज केरल के अलप्पूजा में तिरुमाला देवासम मेडिकल कॉलेज में विशेष सुविधाओं से युक्त ब्लॉक के लिए आधारशिला रखते हुए यह जानकारी दी। इस अवसर पर केरल के स्वास्थ्य मंत्री वी.एस.शिवकुमार, राज्यसभा सांसद ए.के.एंटनी, राज्यसभा सांसद वायलार रवि और लोकसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्कृष्ठ नेतृत्व के अंतर्गत देश में व्यापक पैमाने पर तृतीयक सुविधा देखभाल के विस्तार की एक महत्वाकांक्षी योजना पर कार्य प्रारंभ कर चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के अंतर्गत मेडिकल कॉलेजों के उन्नयन की योजना के एक अंग के तहत अलप्पूजा में टी.डी.मेडिकल कॉलेज परियोजना में वृद्धि की दिशा में एक और कदम है। इस कॉलेज में न्यूरोलॉजी विभाग, न्यूरो सर्जरी, कॉर्डिलॉजी, कॉर्डियो थॉरेसिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, मेडिकल गेस्ट्रोनटैरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी और एंडोक्रिनोलॉजी विभाग में विशेष सुविधाओं के उन्नयन के लिए 150 करोड़ रुपये की लागत स्वीकृत की गई है। नड्डा ने बताया कि इसके अलावा संस्थान में 200 बैड, 50 आईसीयू बैड और 8 ऑपरेशन थियेटर भी बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोझीकोड मेडिकल कॉलेज के लिए इसी प्रकार की एक और परियोजना को स्वीकृति दी जा चुकी है और जल्द ही वहां कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
नड्डा ने कहा कि पीएमएसएसवाई के चरण-1 के अंतर्गत तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज का 120 करोड़ रुपये के स्वीकृत परिव्यय (केंद्र योगदान-100 करोड़ रुपये और राज्य की हिस्सेदारी-20 करोड़ रुपये) से उन्नयन किया जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि केरल ने सभी मोर्चों पर प्रगति हासिल की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान (एनएचएम) के अंतर्गत स्वीकृत कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए करेल राज्य को वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान 521.99 करोड और वित्तीय वर्ष 2015-16 (अब तक) के दौरान 270.42 करोड रुपये जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन नई पहलों से राज्य में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में सुधार होगा।