नई दिल्ली: आखिरकार सियाचिन से वो बुरी खबर आ ही गई। ऑपरेशन बंद हो चुका है। 9 जवानों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। लेकिन इन सबके बीच लांस नायक हनमनथप्पा का जिंदा रह जाना मेडिकल साइंस के लिए भी एक चमत्कार है। हनमनथप्पा अभी कोमा में हैं। उनके शरीर के कुछ अंग ठीक से काम नहीं कर रहे। लेकिन सांसें चल रही हैं और पूरा देश यही कामना कर रहा है कि लांस नायक अपने पैरों पर खड़ा हो जाए।
- राष्ट्रपति ने की लांस नायक हनुमनथप्पा के अदम्य साहस सराहना की

लांस नायक हनमनथप्पा का जिंदा रह जाना मेडिकल साइंस के लिए भी चमत्कार, राष्ट्रपति ने की हलांस नायक के अदम्य साहस की प्रसंशा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 3 फरवरी, 2016 के सियाचिन ग्लेशियर में होने वाले हिमस्खलन में जीवित बचने पर लांस नायक हनुमनथप्पा के अदम्य साहस की प्रसंशा की है। सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह को भेजे गए अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी है कि सियाचिन ग्लेशियर में 3 फरवरी, 2016 को होने वाले हिमस्खलन में लांस नायक हनुमनथप्पा जीवित बच गए हैं। मैं उनके अदम्य साहस और विपरीत हालात का मुकाबला करने की उनकी क्षमता की प्रशंसा करता हूं। लांस नायक हनुमनथप्पा ने जिस तरह मुश्किल हालात का मुकाबला किया और जिस साहस का परिचय दिया है, वह दूसरों के लिये उदाहरण है। मैं समस्त देशवासियों के साथ उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”