राज्यपाल ने नम्होल में दुग्ध पाश्च्युराजेशन प्लांट का शुभारंभ

शिमला: हिमाचल एक कृषि प्रधान प्रदेश है तथा यहां की आर्थिकी में कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय पर निर्भर है। कामधेनु कृषि एवं उपभोक्ता हितकारी मंच नम्होल राजघाटी द्वारा कृषकों एवं पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के साथ-साथ आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने में सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने यह बात आज बिलासपुर जिले में मंच नम्होल द्वारा कामधेनु परिसर राजघाटी में आयोजित वार्षिक उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि एक जनसभा में कही। राज्यपाल ने कहा कि कामधेनु मंच ने जिला बिलासपुर सहित सोजन की 30 पंचायतों के 200 गांवों के 2800 परिवारों को संस्था के साथ जोड़ कर नियमित रूप से बिलासपुर, घुमारवीं, बरमाणा, सुन्दरनगर, दाड़लाघाट, शिमला, मंडी, हमीरपुर तथा सोलन शहरों व उप-नगरों में दूध उपलब्ध करवाया जा रहा है।

उन्होंने किसानों को अच्छी नस्ल के दुधारू पशु पालने के लिए कहा जिससे लोगों को घर-द्वार पर स्वरोजगार उपलब्ध होगा साथ ही आवारा पशुओं, फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी। राज्यपाल ने कहा कि संस्था ने वर्ष 2011 में बिना लाभ हानि के सिद्धांत पर 35-40 लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित कर दूध वितरण का कार्य आरम्भ करने का बीड़ा उठाया था। आज संस्था प्रतिदिन 16000 लीटर से भी अधिक दूध प्रदेश के विभिन्न भागों में उपलब्ध करवाया जा रहा है। इससे पूर्व, राज्यपाल ने दुग्ध पाश्च्युराजेशन प्लांट तथा पशु केटल फीड विकास का शुभारम्भ किया। संस्था के प्रधान नानक चंद और सचिव जीत राम कौशल ने राज्यपाल स्वागत एवं सम्मान किया।

राज्यपाल ने संस्था के 12 उत्कृष्ट दुग्ध उत्पादकों को 7,42,233 रुपये की प्रोत्साहन राशि के चैक भेंट किए जिनमें कोटीपुरा की एवं आदर्श वोहरा को 30,296 रुपये, अर्की के नवगांव की सीता देवी एवं प्रेम कुमार को 240,25 रुपये, समारी की चंपा देवी एवं धर्मपाल ठाकुर को 17511 रुपये, नमहोल की जया देवी एवं जीतराम को 15834 रुपये, सिहुंता की निर्मला देवी एवं बाबु राम को 15,360 रुपये, पटटा नोईडुआ की निर्मला देवी एवं धर्मपाल को 14084 रुपये, अर्की की एवं नवीन चंद को 13613 रुपये, लोहारडा की कौशल्या देवी एवं राजेन्द्र कुमार को 10831 रुपये, समारी की शिवदेई एवं मनसा राम को 10305 रुपये, कसुमला अर्की की एवं केशव राम को 9345 रुपये, धारठ अर्की की एवं नंदलाल को 8810 रुपये तथा पंजैतन बिलासपुर की कांता देवी एवं प्रकाश चंद को 8768 रुपये की प्रोत्साहन राशि के चैक शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, राज्यपाल ने अन्य दुग्ध उत्पादकों को भी 5,63,223 रुपये की प्रोत्साहन राशि के चेक भेंट किए। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।

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